भारत के खाते में आया एक और वर्ल्ड कप, प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ल्ड चैंपियन कबड्डी टीम को दी बधाई
Kabaddi World Cup 2025: भारतीय महिला कबड्डी टीम ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि वे इस खेल में एक बड़ी ताकत हैं. ढाका में आयोजित महिला कबड्डी विश्व कप 2025 के एक बेहद रोमांचक फाइनल में, भारत ने चीनी ताइपे की मजबूत टीम को 35-28 से हराकर लगातार दूसरी बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया. भारत की इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों को बधाई दी है.
Kabaddi World Cup 2025: भारतीय महिला टीम ने सोमवार 24 नवंबर को ढाका में चीनी ताइपे को फाइनल में 35-28 से हराकर लगातार दूसरी बार महिला कबड्डी वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है. भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म बनाए रखा और अपने सभी ग्रुप मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची, जहां उसका सामना ईरान से हुआ. उन्होंने नॉकआउट में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और ईरान को 33-21 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की. दूसरी ओर, चीनी ताइपे ने भी ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में मेजबान बांग्लादेश को 25-18 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत पर महिला कबड्डी टीम को बधाई दी है. Indian womens team wins Kabaddi World Cup PM Narendra Modi congratulates
पीएम मोदी ने जीत को बताया प्रेरणादायक
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा, ‘कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 जीतकर देश को गौरवान्वित करने के लिए हमारी भारतीय महिला कबड्डी टीम को बधाई! उन्होंने अद्भुत साहस, कौशल और समर्पण का परिचय दिया है. उनकी जीत अनगिनत युवाओं को कबड्डी में आगे बढ़ने, बड़े सपने देखने और ऊंचे लक्ष्य रखने के लिए प्रेरित करेगी.’ प्रो कबड्डी लीग में पूर्व भारतीय कप्तान और पुणेरी पल्टन के मुख्य कोच अजय ठाकुर ने भी टीम को बधाई दी और विश्व में महिला कबड्डी की प्रगति की सराहना की.
11 देशों ने इस टूर्नामेंट में लिया भाग
प्रो कबड्डी डॉट कॉम के अनुसार, अजय ठाकुर ने कहा, ‘यह भारत के लिए बेहद गर्व का क्षण है क्योंकि महिला टीम ने ढाका में विश्व कप ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी. फाइनल और फिर ट्रॉफी तक उनका शानदार प्रदर्शन दर्शाता है कि पिछले कुछ वर्षों में महिला कबड्डी ने कितनी प्रगति की है. बांग्लादेश द्वारा विश्व कप की मेजबानी करना इस खेल की वैश्विक लोकप्रियता का भी प्रमाण है और मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भी यह गति बनी रहेगी.’ इस टूर्नामेंट में कुल 11 देशों ने भाग लिया, जिससे महिला कबड्डी की वैश्विक स्तर पर पहचान का पता चलता है.
पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रही भारतीय टीम
पांच मैच, पांच जबरदस्त जीत के साथ भारत न सिर्फ पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहा, बल्कि लगभग निर्विरोध फाइनल में पहुंचा. उनकी रक्षात्मक दीवार चट्टान की तरह मजबूत थी, उनकी रेडिंग इकाई कुशल और संयमित थी, और उनकी बेंच पर मौजूद खिलाड़ियों की संख्या शानदार थी. अंतरराष्ट्रीय कबड्डी में तेजी से उभरती ताकत, चीनी ताइपे, भी फाइनल तक अपराजित रही, लेकिन फाइनल में वह भारत को परास्त नहीं कर पाई. भारत के पास अनुभव, शारीरिक क्षमता और मैच का जज्बा था, जिससे वह सबसे जरूरी चुनौती से पार पा सका.
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