Exclusive: महिला क्रिकेटरों में टैलेंट की कमी नहीं, गांवों से निकल रही खिलाड़ी

Exclusive Interview: जमशेदपुर में चल रहे सीमा देसाई वनडे क्रिकेट में खेल रही भारतीय क्रिकेटर शुभलक्ष्मी शर्मा और बतौर गेस्ट खिलाड़ी पहुंची अनुजा पाटिल के साथ 'प्रभात खबर' की खास बातचीत.

By Prabhat Khabar | December 28, 2022 2:28 PM

Jharkhand Sports: जमशेदपुर जिले में सीमा देसाई वनडे क्रिकेट मैच चल रहा है. इस मैच के आधार पर महिला टीम का चयन किया जायेगा. इसमें झारखंड की महिला क्रिकेटर शुभलक्ष्मी शर्मा (इंडियन टीम की खिलाड़ी रह चुकी हैं) और महाराष्ट्र की महिला खिलाड़ी अनुजा पाटिल भी शामिल हैं. अनुजा पाटिल जमशेदपुर में चल रहे सीमा देसाई वनडे क्रिकेट में बतौर गेस्ट खिलाड़ी हैं. अनुजा भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच समेत कई अन्य घरेलू मैच खेल चुकी हैं. वह वर्ष 2009 से क्रिकेट खेल रही हैं. जमशेदपुर पहुंचने पर इन दोनों महिला क्रिकेटरों से ‘प्रभात खबर’ के लिए राजमणि सिंह ने बात की. प्रस्तुत है उसका संक्षिप्त अंश.

जमशेदपुर का खेल इंफ्रास्ट्रक्चर व माहौल बेहतर, सर्पोटिव हैं लोग: अनुजा

प्रश्न: आप पहली बार झारखंड में खेलने आयी हैं, आपको जमशेदपुर कैसा लगा?

उत्तर : हां, मैं पहली बार झारखंड में बतौर गेस्ट खिलाड़ी खेलने आयी हूं. जमशेदपुर काफी स्वच्छ और खूबसूरत शहर है.

प्रश्न: यहां के महिला खिलाड़ियों के टैलेंट को आप किस रूप में देख रही हैं?

उत्तर: झारखंड में टैलेंट की कमी नहीं है. यहां की महिला खिलाड़ी काफी टैलेंटेड हैं और बहुत अच्छा खेल रही हैं. देवयानी और अश्विनी बहुत अच्छा खेल रही हैं. अनुभव की थोड़ी कमी दिख रही है. अनुभव बढ़ाने के लिए उन्हें अधिक से अधिक क्वालिटी मैच और अभ्यास करने की जरूरत है.

प्रश्न: जमशेदपुर का खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और माहौल आपको कैसा लग रहा है?

उत्तर: जमशेदपुर का खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और माहौल काफी बेहतर है. यहां के लाेग काफी सपोर्टिव हैं. जेएससीए यहां की खेल प्रतिभाओं को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

प्रश्न: महिला खिलाड़ियों की मैच फीस में वृद्धि की गयी है. इससे कितना फायदा होगा?

उत्तर: महिला क्रिकेटरों की मैच फीस में बढ़ोतरी सराहनीय कदम है. इससे लड़कियां न सिर्फ मोटिवेट होंगी, बल्कि इसे करियर के रूप में चुन पायेंगी. साथ ही छोटे शहरों एवं गांवों से नयी प्रतिभाएं सामने आयेंगी. आज लड़कियां हर क्षेत्र को लीड कर रही हैं, फिर क्रिकेट अछूता कैसे रह सकता है?

प्रश्न: महिला टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर नहीं कर पा रही हैं. इसका क्या कारण है?

उत्तर : ऐसी बात नहीं है. अब महिलाओं के मैच में काफी दर्शक आ रहे हैं. महिला टीम काफी इंप्रूव हुई है. साथ ही काफी बेहतर खेल रही हैं.

प्रश्न: क्रिकेट में आपकी रूचि कैसे हुई ?

उत्तर : मेरे घर में क्रिकेट का माहौल रहा है. पापा अरूण पाटिल और भाई महादेव महाराष्ट्र में क्लबों की ओर से क्रिकेट खेलते थे. मैं उन्हें बचपन से क्रिकेट खेलते देख रही हूं. उन्हें देख कर ही मुझे क्रिकेट में रूचि हुई और खेलने लगी.

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इंडियन टीम में कमबैक करने पर है मेरा फोकस: शुभलक्ष्मी शर्मा

प्रश्न:आप इंडियन टीम में शामिल रही हैं, भविष्य में खुद को कहां देख रही हैं?

उत्तर : मैं इंडियन टीम की हिस्सा रह चुकी हूं. काफी मैच खेल चुकी हूं. अभी मेरा फोकस इंडियन टीम में कमबैक करने पर है. इसके लिए काफी मेहनत कर रही हूं. कठिन अभ्यास की बदौलत खुद को फिर से स्थापित करूंगी.

प्रश्न: इंडियन महिला टीम के परफॉर्मेंस को आप किस रूप में देखती हैं ?

उत्तर : इंडियन महिला टीम स्किल वाइज काफी बेहतर हैं. अभी जो टीम बन रही है, उसमें काफी टैलेंटेड खिलाड़ी चुन कर आयेंगी. टैलेंटेड महिला क्रिकेटरों के लिए यह सुनहरा अवसर साबित होगा. अब तो दर्शक भी मिल रहे हैं.

प्रश्न: महिला क्रिकेटरों की मैच फीस में वृद्धि हुई है. इससे आप कितनी संतुष्ट हैं?

उत्तर : बीसीसीआई का यह सराहनीय कदम है. महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मैच फीस बढ़ाना जरूरी था.

प्रश्न: आपकी पसंदीदा खिलाड़ी कौन है, जिन्हें आप फॉलो करती हैं?

उत्तर : मेरी पसंदीदा खिलाड़ी मिताजी राज और झूलन गोस्वामी रही है. उनके सानिध्य में मैं खेल चुकी हूं. उन्हीं को फॉलो करती हूं. लेकिन अब वे रिटायर्ड हो चुकी हैं.

प्रश्न: आपका सबसे पसंदीदा स्टेडियम, जहां आप खेलना पसंद करती हैं?

उत्तर : मेरा सबसे पसंदीदा स्टेडियम बेंगलुरू का चिन्नास्वामी स्टेडियम हैं. वहां खेलना मुझे काफी पसंद है. वहां मेरा परफार्मेंस काफी बेहतर रहा है.

प्रश्न: क्रिकेट में आपकी रुचि कैसे जगी और इसे करियर के रूप में क्यों चुना?

उत्तर : स्कूल टाइम से ही खेल में मेरी रूचि रही है. खेल कोई भी हो मैं जरूर खेलती थी. बैडमिंटन में नेशनल खेल चुकी हूं. लेकिन बाद मुझे लगा कि मैं क्रिकेट बेहतर कर सकती हूं. फिर सभी खेल को साइड कर क्रिकेट को ही गले लगाया.

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