सुबह 4 बजे उठना, बड़े-बड़े छक्के जड़ना और गलतियों पर युवराज की डांट खाना, ये है अभिषेक शर्मा की कहानी

Abhishek Sharma: टीम इंडिया के युवा ओपनर अभिषेक शर्मा पहली बार अपने घरेलू मैदान पर मुल्लांपुर में खेलेंगे. गुरुवार को भारत का सामना दूसरे टी20 आई में साउथ अफ्रीका से होगा. अभिषेक के बड़े-बड़े छक्के दर्शकों को हमेशा रोमांचित करते हैं, लेकिन इसके लिए इस युवा ने बचपन से काफी मेहनत की है. अभिषेक की कहानी इस स्टोरी में पढ़ें....

By AmleshNandan Sinha | December 11, 2025 5:29 PM

Abhishek Sharma: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार को दूसरे टी20 आई में अभिषेक शर्मा अपने घरेलू मैदान पर पहला इंटरनेशनल मैच खेलने के लिए तैयार है. यह मुकाबला मुल्लांपुर में खेला जाना है, जो अभिषेक का घरेलू मैदान है. उन्हें खेलते हुए देखने वाले लोग इस बात पर जोर देते हैं कि उनकी विस्फोटक सफलता कोई संयोग नहीं है. छक्के लगाने की उनकी प्रतिभा और सहज आत्मविश्वास के पीछे एक ऐसी दिनचर्या छिपी है जो उन्होंने भारत के लिए खेलने से बहुत पहले ही अपना ली थी. एक ऐसी दिनचर्या जो सूर्योदय से पहले शुरू होती थी और दिन भर शायद ही कभी रुकती थी. उनके पिता और बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का कहना है कि कम उम्र में भी अभिषेक एक पेशेवर क्रिकेटर की तरह रहते थे. Waking up at 4 AM hitting big sixes and scolded by Yuvraj Abhishek Sharma story

सुबह 4 बजे से शुरू हो जाती है ट्रेनिंग

राजकुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘उसका दिन सुबह 4 बजे शुरू होता था. जिम और व्यायाम से लेकर दौड़ने और तैरने तक, वह एक खिलाड़ी के रूप में लगातार सुधार करने के लिए हर संभव प्रयास करता था. जब शारीरिक प्रशिक्षण पूरा हो गया, तो अभिषेक बस बल्लेबाजी करना चाहता था. मोहाली के ग्राउंड स्टाफ को आज भी वह युवा बाएं हाथ का बल्लेबाज याद है, जो हर बार प्रशिक्षण के दौरान स्टैंड से गेंदें निकलवाने में माहिर था. 11 या 12 साल की उम्र में भी वह गेंदबाजों की गेंदों को बाउंड्री के पार पहुंचा देता था, चाहे वह स्थिर खड़ा हो या आगे बढ़कर. यह देखकर पंजाब के जूनियर कोच अरुण बेदी आज भी आश्चर्यचकित रह जाते हैं.’

जब बच्चे गेंद रोकना सीखते हैं, उस उम्र में लगाता था छक्के

अभिषेक के पिता ने बताया, ‘अभिषेक उस उम्र में ही ऊंचे शॉट लगाकर छक्के मारता था, जब लड़के अभी गेंद को बीच से मारना सीख रहे होते हैं. यह उसके कौशल के बारे में बहुत कुछ बताता है.’ बेदी और उनके साथी जूनियर कोच डीपी आजाद ने मोहाली में आयोजित एक अंडर-14 शिविर में अभिषेक और उनके बचपन के दोस्त शुभमन गिल को देखा और भविष्यवाणी की कि दोनों भारत के लिए खेलेंगे. गिल की तरक्की बहुत तेी से हुई, जबकि अभिषेक को थोड़ा समय लगा, लेकिन उनके पिता का कहना है कि उनका विश्वास कभी नहीं डिगा.

युवराज सिंह की डांट से डरता है

घर से दूर, खेल के कुछ महान खिलाड़ियों ने अभिषेक के करियर को आकार दिया. भारतीय टीम में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़, आईपीएल में रिकी पोंटिंग और ब्रायन लारा, और सबसे महत्वपूर्ण युवराज सिंह , जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान अभिषेक को ट्रेनिंग दी. हालांकि, युवराज के मार्गदर्शन में अटूट अनुशासन शामिल है. राजकुमार ने बताया कि आज भी जब उन्हें लगता है कि अभिषेक ने कोई गलती की है, तो वे फोन उठाकर उसे डांटते हैं और अभिषेक भी उनसे डरता है. अभिषेक ने लारा और युवराज से प्रभावित होकर गोल्फ को भी अपना लिया है. राजकुमार ने बताया कि इससे उनके बल्ले का स्विंग बेहतर हुआ है, वह पहले से ज्यादा साफ हो गया है. स्कूल के दिनों में छक्के लगाने से लेकर महज 30 मैचों में 1000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय टी20 रन बनाने तक, उनकी खूबियां वही हैं.

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