सेलेक्टर्स चाहते थे रोहित-कोहली इंग्लैंड टेस्ट में खेलें, अजीत अगरकर का बड़ा खुलासा

Ajit Agarkar: टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास पर बड़ा खुलासा किया है. अगरकर ने कहा कि टीम के सेलेक्टर्स चाहते थे कि रोहित और कोहली इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल हों, लेकिन दोनों ने उससे पहले ही इस फॉर्मेट को छोड़ने का मन बना लिया. संन्यास का फैसला उनका अपना फैसला था.

By AmleshNandan Sinha | October 17, 2025 10:05 PM

Ajit Agarkar: टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने गुरुवार को कई बड़े खुलासे किए. अगरकर ने खुलासा किया कि सेलेक्टर्स रोहित शर्मा और विराट कोहली को इस साल हुई हाई-प्रोफाइल इंग्लैंड सीरीज के लिए भारत की टेस्ट टीम में देखना चाहते थे, लेकिन दोनों दिग्गजों ने पहले ही इस प्रारूप से हटने का मन बना लिया था. अगरकर ने भारत के दो सबसे वरिष्ठ बल्लेबाजों के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के फैसले पर अपनी राय रखी. खासकर तब जब रोहित शर्मा ने अपनी घोषणा से कुछ सप्ताह पहले ही सार्वजनिक रूप से इंग्लैंड श्रृंखला को लेकर उत्साह व्यक्त किया था. रोहित के बाद कोहली ने भी आईपीएल के बीच में ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. Selectors wanted Rohit and Kohli to play in England Tests Ajit Agarkar big revelation

इंग्लैंड दौरे से पहले ही रोहित-कोहली का संन्यास

अगरकर ने एनडीटीवी से कहा, ‘दोनों ही भारतीय क्रिकेट के दिग्गज रहे हैं. दोनों ने संपर्क किया, उन्हें लगा कि यह एक नया डब्ल्यूटीसी चक्र है और लोग चाहे जो भी सोचें या न सोचें, हकीकत यही है. मुझे लगता है कि दोनों इस बात से अच्छी तरह वाकिफ थे कि शायद वे डब्ल्यूटीसी चक्र के लिए टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर उन दो सालों के लिए नहीं जा पाएंगे.’ भारत ने इस साल की शुरुआत में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा किया था, जहां टीम ने शुरुआती हार के बाद वापसी करते हुए युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में सीरीज 2-2 से बराबर कर ली थी.

शुभमन गिल ने इंग्लैंड में की शानदार कप्तानी और बैटिंग

शुभमन गिल ने 5 टेस्ट मैचों में 750 से ज्यादा रन बनाकर कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. हालांकि उनके प्रदर्शन की सराहना की गई, लेकिन अगरकर ने माना कि मुश्किल समय में कोहली और रोहित के अनुभव की कमी खली. अगरकर ने स्वीकार, ‘इंग्लैंड एक ऐसी सीरीज थी जहां हमें थोड़ा अनुभव चाहिए होता, हां, सच कहूं तो प्रदर्शन अविश्वसनीय था, हालांकि हम जीत नहीं पाए. एक युवा कप्तान के नेतृत्व में, जो हमेशा मुश्किल रहने वाला था, लेकिन हमें थोड़ा अनुभव चाहिए होता.’ अध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि करने से परहेज किया कि क्या चयनकर्ताओं ने सक्रिय रूप से अनुभवी खिलाड़ियों को संन्यास में देरी करने के लिए मनाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि पर्दे के पीछे इस पर चर्चा हुई होगी.

कई बातों का अजीत अगरकर ने नहीं किया खुलासा

अगरकर ने कहा, ‘हमने उन्हें खेलने के लिए मनाने की कोशिश की या नहीं, मैं यह बात अपने तक ही रखूंगा.’ रोहित के संन्यास से ठीक 15 दिन पहले सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर अगरकर ने स्पष्ट किया कि वह खिलाड़ियों के साथ आधिकारिक संचार के लिए सोशल मीडिया पर निर्भर नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने उनका सोशल मीडिया नहीं पढ़ा. मैं आमतौर पर खिलाड़ी से बात करता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि आपको इंग्लैंड में खेलने गई टीम पर ध्यान केंद्रित करना होगा. तो क्यों न मौजूदा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया जाए, बजाय उन खिलाड़ियों के जो रिटायर हो चुके हैं. चाहे वे कितने भी अच्छे खिलाड़ी क्यों न हों, लेकिन अब वे टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं.’

खेल में बदलाव स्वाभाविक है

अगरकर ने भारतीय क्रिकेट में बदलाव की चुनौतियों पर भी बात की, खासकर जब इसमें खेल के दिग्गज शामिल हों. उन्होंने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है कि कोई वरिष्ठ खिलाड़ी संन्यास ले रहा हो, उसे टीम से बाहर रखा गया हो या वह खेल से दूर चला गया हो. हमारे पास एक ऐसा खिलाड़ी था जिसने 200 टेस्ट मैच खेले थे, लेकिन अब वह नहीं खेल रहा है. खेल का यही स्वभाव है, बदलाव स्वाभाविक है. यह टीम के हित में होना चाहिए और यह हमारा काम और हमारी जिम्मेदारी है. हो सकता है कि हम हर बार सही न हों, लेकिन इरादे हमेशा सही होते हैं.’

ये भी पढ़ें…

‘आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते’, टीम चयन पर Ajit Agarkar की बेबाक राय

Womens World Cup: सेमीफाइनल में कैसे पहुंचेगा भारत, करना होगा ये काम

Rohit Sharma की ऑस्ट्रेलिया में 5 धमाकेदार पारियां, ‘हिटमैन’ के नाम से ही कांपते हैं कंगारू