अगरकर की टीम में प्रझान ओझा और आरपी सिंह की हो सकती है एंट्री, BCCI की कमेटी में अक्टूबर से होंगे शामिल
BCCI Selection Committee: बीसीसीआई की नेशनल पुरुष सीनियर सेलेक्शन कमेटी में प्रझान ओझा और आरपी सिंह की एंट्री हो सकती है. बोर्ड ने पिछले महीने ही इस पद पर आवेनद मांग थे.
BCCI Selection Committee: बीसीसीआई की नेशनल मेंस सीनियर सेलेक्शन कमेटी में बदलाव के बाद दो नई एंट्री होने जा रही है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पिछले महीने इन दो पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिस पर पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) और रुद्र प्रताप सिंह (R P Singh) शामिल होने जा रहे हैं. बीसीसीआई की सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति में दोनों खिलाड़ी क्रमशः सेंट्रल जोन के सुब्रतो बनर्जी और साउथ जोन के एस. शरथ की जगह लेंगे. भारत की इस सेलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष अजीत अगरकर हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पद के लिए नामचीन पूर्व क्रिकेटरों की ओर से बहुत कम प्रतिक्रिया मिली. बीसीसीआई की ओर से दो पदों के लिए मांगे गए आवेदन मांगे थे, जिसके आवेदकों में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार, उत्तर प्रदेश के पूर्व पेसर आशीष विंस्टन जैदी और हिमाचल प्रदेश के क्रिकेटर शक्ति सिंह शामिल थे. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय अनुभव और बोर्ड के मानदंडों के लिहाज से योग्य होने के कारण प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह सबसे मजबूत दावेदार बनकर उभरे हैं.
सेलेक्शन पात्रता क्या थी?
बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी की चयन प्रक्रिया क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की देखरेख में होगी. इसमें अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षणा नाइक शामिल हैं. यह समिति उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग और इंटरव्यू के बाद अपनी सिफारिशें बीसीसीआई पदाधिकारियों को भेजेगी. इस पद के लिए पात्रता मानदंड में कम से कम सात टेस्ट मैच, या 30 प्रथम श्रेणी मैच, या 10 वनडे और 20 प्रथम श्रेणी मैचों का संयुक्त अनुभव होना जरूरी था. इसके अलावा उम्मीदवारों को पेशेवर क्रिकेट से कम से कम पांच साल पहले संन्यास लेना चाहिए और बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति में कुल पांच साल से अधिक सेवा नहीं करनी चाहिए.
आरपी सिंह और ओझा का क्रिकेट करियर
आरपी सिंह के करियर की उपलब्धियां उन्हें इस भूमिका के लिए मजबूत दावेदार बनाती हैं. बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने 2005 से 2011 के बीच 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले. वह 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी20 विश्व कप को जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे. वहीं दूसरी ओर, प्रज्ञान ओझा ने बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में भारत के लिए 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 113 विकेट झटके, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है.
रिपोर्ट के अनुसार ओझा और सिंह अगले महीने से जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. नए चयनकर्ता पैनल के सामने भारतीय क्रिकेट के लिए अहम दौर होगा, जिसमें उन्हें वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आने वाली द्विपक्षीय सीरीज और आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए टीम चयन की जिम्मेदारी निभानी होगी. दोनों की मौजूदगी भारतीय चयन रणनीति में नए दृष्टिकोण ला सकती है, क्योंकि वे अलग-अलग दौर के अनुभव लेकर आएंगे.
