IBA महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप आज से शुरू, दिखेगा भारतीय बॉक्सरों के ‘पंच का पावर’

Women's World Boxing Championship: भारत की मेजबानी में रिकॉर्ड तीसरी बार नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप होने जा रहा है. भारत को दिग्गज मुक्केबाज मेरीकॉम की अनुपस्थिति में निखत जरीन और लवलीना से बड़ी उम्मीद है.

By Prabhat Khabar | March 15, 2023 9:31 AM

IBA Women’s World Boxing Championship 2023: बुधवार से नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होनेवाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में एक बार फिर से भारतीय बॉक्सरों के ‘पंच का पावर’ दिखेगा. 15 से 26 मार्च तक होनेवाली इस चैंपियनशिप की भारत रिकॉर्ड तीसरी बार मेजबानी करने जा रहा है. इसमें दुनिया भर के शीर्ष मुक्केबाज हिस्सा ले रही हैं.

74 देशों के कुल 350 से अधिक मुक्केबाज

दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम और बॉलीवुड स्टार फरहान अख्तर को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. छह बार की विश्व चैंपियन महिला मुक्केबाज मेरीकॉम चोट के चलते इस चैंपियनशिप से अपना नाम वापस ले लिया था. दो साल में एक बार होनेवाली इस चैंपियनशिप के लिए इस साल 74 देशों के कुल 350 से अधिक मुक्केबाजों ने पंजीकरण कराया है. इस बार 12 महिला मुक्केबाज चुनौती पेश करेंगी.

पिछली बार भारत ने गोल्ड मेडल सहित जीते थे तीन पदक

2022 में महिला विश्व चैंपियनसिप में भारत ने कुल तीन पदक अपनी झोली में डाले थे. निखत जरीन ने फ्लाइवेट (52 किग्रा) स्पर्धा में थाईलैंड के जितपोंग जुतामास के खिलाफ 5-0 अंकों की जीत के साथ स्वर्ण पदक जीता था. अन्य दो भारतीय महिला मुक्केबाज मनीषा मौन (हरियाणा से) और परवीन हुड्डा (हरियाणा से) ने क्रमशः 57 किग्रा और 63 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीते थे. मुक्केबाज प्रीति, सनमचा चानू 54 किग्रा और 70 किग्रा वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. युवा मुक्केबाज प्रीति और सनामाचा चानू क्रमशः 54 किग्रा और 70 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगी. प्रीति ने 2022 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था, जबकि सनमचा 2021 यूथ वर्ल्ड चैंपियन हैं और हाल ही में अपनी श्रेणी में नेशनल चैंपियन बनी हैं.

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निखत जरीन व लवलीना से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद

भारत को दिग्गज मुक्केबाज मेरीकॉम की अनुपस्थिति में निखत जरीन और लवलीना से बड़ी उम्मीद है. पिछली बार निखत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीते थे. बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू घनघास 48 किग्रा वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी. इस बार इतिहास रच सकती है.दिल्ली में 2018 विश्व चैंपियनशिप में प्रभावशाली प्रदर्शन दिखाने वाली मनीषा मौन इस बार अपने रिकॉर्ड में सुधार कर सकती हैं. मनीषा ने 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लैंबोरिया 2022 एडिशन में क्वार्टर फाइनलिस्ट रही हैं और 60 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगी.

इन खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद

मौजूदा एशियाई और राष्ट्रीय चैंपियन स्वीटी बूरा 81 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी. यूथ वर्ल्ड चैंपियंस साक्षी चौधरी (52 किग्रा) और शशि चोपड़ा (63 किग्रा) 2019 दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मंजू बम्बोरिया (66 किग्रा) के साथ विश्व चैंपियनशिप में अपनी-अपनी श्रेणियों में अपनी क्षमता साबित करने के लिए उतरेंगी. 81 किग्रा हैवीवेट वर्ग में भारत को पदक की उम्मीद मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन नूपुर श्योराण से होगी.

ओलिंपिक विजेताओं से मिलेगी चुनौती

भारतीय खिलाड़ियों को ओलिंपिक विजेता बॉक्सरों से चुनौती मिलेगी. 2019 विश्व चैम्पियन फेदरवेट (57 किग्रा) वर्गमेंहिस्सा लेगी. ब्राजील की बिट्रीज लास्मिन फरेरा (60 किग्रा) और चीन की कियान ली (75 किग्रा) भी तोक्यो ओलिंपिक मेंरजत पदक जीत चुकी हैं. जापान की सुकिमी नामिकी और कोलंबिया की इंग्रिट लॉरेना वालेंसिया फ्लाइवेट (51 किग्रा) में विश्व चैंपियनशिप जैसा प्रदर्शन बरकरार रखना चाहेंगी. तोक्यो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता इर्माटेस्टा भी फेदरवेट (57 किग्रा) की मजबूत पदक दावेदार हैं.

20 करोड़ रुपये है पुरस्कार राशि

पहली बार महिला विश्व चैंपियनशिप में पुरस्कार के तौर पर 20 करोड़ रुपये बांटे जायेंगे. स्वर्ण पदक जीतने पर 82 लाख रुपये से अधिक की राशि दी जायेगी.

स्वर्ण पदक जीतने पर 82.40 लाख रुपये

रजत पदक जीतने पर 41.20 लाख रुपये

कांस्य पदक जीतने पर 20.60 लाख रुपये

रूस का रहा है दबदबा

विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 8 पदक जीतने का विश्व रिकॉर्ड मेरीकॉम के नाम है, जिनमें छह गोल्ड, एक रजत व एक कांस्य पदक शामिल है. जबकि इस टूर्नामेंट में रूस का दबदबा रहा है. रूस ने अब तक कुल 60 मेडल जीते हैं.

रैंक देश स्वर्ण रजत ब्रॉन्ज कुल

1. रूस 24 11 25 60

2. चीन 18 15 17 50

3. तुर्कि 11 8 16 35

4. भारत 10 8 21 39

5. अमेरिका 8 9 22 39

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