बिहार के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को मिला टीम इंडिया में मौका, पिता को याद कर भावुक हुआ क्रिकेटर

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए बीसीसीआई ने टीम का ऐलान कर दिया है. बिहार के मुकेश कुमार को एक तेज गेंदबाज के रूप में टीम में शामिल किया गया है. टीम में शामिल होने के बाद मुकेश काफी रोमांचित महसूस कर रहे हैं. साथ ही वह अपने पिता को याद कर भावुक भी हो गये.

By Agency | October 3, 2022 12:31 AM

नयी दिल्ली : मुकेश कुमार को राष्ट्रीय टीम में चयन के बारे में तब तक पता नहीं चला था जब तक उन्हें भारतीय टीम के आधिकारिक वाट्सएप ग्रुप में शामिल नहीं किया गया. मुकेश ने राजकोट से पीटीआई से कहा, ‘मैं बहुत भावुक हो गया. सब धुंधला सा लग रहा था. मुझे सिर्फ अपने दिवंगत पिता काशी नाथ सिंह का चेहरा याद आ रहा था. जब तक मैं बंगाल के लिये रणजी ट्राफी में नहीं खेला, तब तक मेरे पिता को नहीं लगा कि मैं पेशेवर तौर पर खेलने के लिये अच्छा हूं. उनको शक था कि मैं काबिल हूं भी या नहीं.’

रणजी फाइनल के समय हुआ पिता का निधन

रणजी फाइनल्स से पहले ही उनके पिता का ‘ब्रेन स्ट्रोक’ से निधन हो गया. मुकेश सुबह ट्रेनिंग करते और अस्पताल में अपने पिता के बिस्तर के पास समय बिताते. बिहार के गोपालगंज जिले के मुकेश ने कहा, ‘आज मेरी मां की आंखों में आंसू थे. वह भी बहुत भावुक हो गयी थीं. घर पर हर किसी ने रोना शुरू कर दिया.’ वह तीन बार सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की परीक्षा में बैठ चुके हैं क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें.

Also Read: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में शिखर धवन होंगे टीम इंडिया के कप्तान, वनडे टीम का हुआ ऐलान
दोनों तरीके से स्विंग कराते हैं मुकेश

सीआरपीएफ तो नहीं लेकिन मुकेश प्रथम श्रेणी क्रिकेटर के तौर पर सीएजी (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कार्यालय) के साथ कार्यरत हैं. वह नयी गेंद से बंगाल के सबसे निरंतर गेंदबाज हैं लेकिन न्यूजीलैंड ए के खिलाफ पहले टेस्ट में पांच विकेट और ईरानी कप के पहले दिन चार विकेट ने उनकी भारतीय टीम में जगह बनाने में अहम भूमिका निभायी. गेंद दोनों तरीकों से स्विंग कराने की उनकी काबिलियत पर इस 28 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘आपके हाथों की कलाकारी भगवान की देन है, लेकिन उनका दिया हुए आर्शीवाद पर मेहनत नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा.’

रजत पाटीदार भी टीम में

भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में जाना उनके लिये ज्यादा से ज्यादा सीखने का मौका होगा. उन्होंने कहा, ‘जीवन का मतलब ही सीखते रहना है, जो कभी खत्म नहीं होता. मेरी कोशिश यह सुनिश्चित करने की होगी कि मैं जब तक क्रिकेट खेलूंगा तब तक सीखना जारी रहेगा.’ मुकेश के साथ-साथ घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले रजत पाटीदार को भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम में शामिल किया गया है.

Next Article

Exit mobile version