”क्रिकेट खेलें या ATM के बाहर लाइन में लगें”

नयी दिल्‍ली : नोटबंदी की घोषणा के बाद देशभर में लोग काफी परेशान हैं. लोग लंबी कतारों में लग कर अपने 500 और 1000 के नोट बैंकों में जमा कर रहें और बदलवा रहे हैं. एटीएम के बाहर हजारों की संख्‍या में लोग दिन-दिन भर खड़े हैं, लोगों की रात की निंद गायब हो गयी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2016 3:43 PM

नयी दिल्‍ली : नोटबंदी की घोषणा के बाद देशभर में लोग काफी परेशान हैं. लोग लंबी कतारों में लग कर अपने 500 और 1000 के नोट बैंकों में जमा कर रहें और बदलवा रहे हैं. एटीएम के बाहर हजारों की संख्‍या में लोग दिन-दिन भर खड़े हैं, लोगों की रात की निंद गायब हो गयी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 के नोट बंदी की घोषणा ने रणजी क्रिकेटरों को खासा परेशानी में डाल दिया है. नोटबंदी का असर खिलाडियों में भी पड़ा है. इस समय रणजी ट्रॉफी का मैच चल रहा है, वैसे में देश के कई राज्‍यों में खिलाडियों को आना जाना पड़ा रहा है.लेकिन उनके पास अब पैसे को लेकर काफी दिक्‍कत होने लगी है. उनके पास फेयर के लिए पैसे नहीं रह गये हैं. खाना खाने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार खिलाडियों को वैसे होटलों में ठहराया गया है जहां भोजन का व्‍यवस्‍था नहीं है. खिलाडियों को होटल से बाहर जाकर खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, लेकिन वो होटल के बाहर भी नहीं जा सकते हैं.
नोट बंदी का असर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाडियों को तो नहीं हुआ क्‍योंकि बीसीसीआई ने राष्‍ट्रीय टीम के खिलाडियों को नोट बंदी की घोषणा से पहले ही टीएडीए का भुगतान कर दिया गया था, लेकिन रणजी खिलाडियों को नोट बंदी के कारण टीएडीए नहीं दिया गया है. वैसे में उन्‍हें खुद के खर्च पर क्रिकेट खेलने पड़ रहे हैं.
विराट कोहली जब इंग्‍लैंड के खिलाफ मैच बचाने की जदोजहद में लगे हुए थे, तो उस समय रणजी टीम के खिलाडियों को पैसे की चिंता सता रही थी. खिलाडी़ एटीएम तक जाना चाहते हैं, लेकन उन्‍हें वहां जाने से रोका गया है. क्‍योंकि लोग उन्‍हें पहचानते हैं और वैसे में भगदड़ की स्थिति उत्‍पन्‍न हो सकती है. टीम के मैनेजर ने खिलाडियों से कहा है कि वो खुद के पैसे से बील का भुगतान करें बाद में उन्‍हें सभी रकम का भुगतान कर दिया जाएगा.

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