अंपायरों के ‘ईयरपीस” का इस्तेमाल करने से नाखुश हैं धौनी

मीरपुर : भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ‘ईयरपीस’ जैसे अंपायरिंग उपकरणों के इस्तेमाल से बिलकुल भी खुश नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस तरह की तकनीक से मैदानी अधिकारी खचाखच भरे स्टेडियम में बल्ले और गेंद के संपर्क पर होने वाली हल्की आवाजों को सुनने से वंचित रह सकते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2016 3:24 PM

मीरपुर : भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ‘ईयरपीस’ जैसे अंपायरिंग उपकरणों के इस्तेमाल से बिलकुल भी खुश नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस तरह की तकनीक से मैदानी अधिकारी खचाखच भरे स्टेडियम में बल्ले और गेंद के संपर्क पर होने वाली हल्की आवाजों को सुनने से वंचित रह सकते हैं.

बांग्लादेश के अंपायर एसआईएस साइकत कल भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप टी20 मुकाबले के दौरान आशीष नेहरा की गेंद के खुर्रम मंजूर के बल्ले के किनारे पर लगने से हुई आवाज को नहीं सुन पाए थे और धौनी इससे खुश नहीं थे.
अंपायरिंग के बारे में पूछने पर धौनी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘आप नहीं चाहेंगे कि मैं विश्व टी20 से पहले प्रतिबंधित हो जाउं. आप सभी ने अंपायरिंग देगी. आपको फैसला करना है.” उन्होंने कहा, ‘‘एक चीज निश्चित तौर पर की जा सकती है. अंपायर अब वाकी टाकी का इस्तेमाल करते हैं और साथ ही एक कान में ईयरपीस भी पहनते हैं जिसका मतलब है कि वह एक कान के साथ अंपायरिंग करते हैं. यह मुश्किल काम है. इस पर विचार करने की जरुरत है. वे एक कान से सुन रहे हैं.
मेरा मानना है कि गेंदबाज के गेंदबाजी करने के समय ईयरपीस लगाने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि आपको तब उसके इस्तेमाल की जरुरत नहीं है. यह बेहतर है कि दोनों कानों का इस्तेमाल किया जाए क्योंकि मैदान पर काफी चीजें हो सकती हैं.”
धौनी मैच अधिकारियों पर निशाना साधने के मूड में थे और जब उनसे पूछा गया कि वह गेंदबाजों को जो टिप्स देते हैं वह माइक्रोफोन पर सुनाई देती हैं तो भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘यह काफी रोचक है. जब एक टीम का एक खिलाडी दूसरे से कुछ कहता है तो मैच रैफरी कहते हैं कि माइक्रोफोन बंद था. लेकिन यह काफी हैरानी भरा है कि मैं जब भी कुछ कहता हूं तो यह हमेशा सुनाई देता है.”
उन्होंने कहा, ‘‘शायद मेरी या मैच अधिकारियों की ओर से कुछ गडबड है. उदाहरण के लिए किसी खिलाडी ने ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जो उसे नहीं करना चाहिए और हमें पता चलता है कि माइक बंद है लेकिन मैं जब भी कुछ कहता हूं तो माइक हमेशा चल रहा होता है.”