रणजी ट्रॉफी में टूट गया 63 साल का रिकॉर्ड, सबसे छोटे मैच की एक ही पारी में 2-2 हैट्रिक, Video

Ranji Trophy: असम बनाम सर्विसेज का मुकाबला रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अब तक का सबसे छोटा मैच हो गया. यह मुकाबला केवल 90 ओवर में ही खत्म हो गया, जिसे सर्विसेज ने 8 विकेट से जीत लिया. मैच की सबसे बड़ी खास बात यह रही कि सर्विसेज की ओर से एक ही पारी में दो हैट्रिक बनें. स्पिनर अर्जुन शर्मा और तेज गेंदबाज मोहित जांगड़ा ने हैट्रिक ली.

By AmleshNandan Sinha | October 26, 2025 6:37 PM

Ranji Trophy: कचुजन में तिनसुकिया जिला खेल संघ मैदान पर असम और सर्विसेज के बीच रणजी ट्रॉफी मैच भारत के प्रमुख लाल गेंद टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक का सबसे छोटा मैच बना गया. सिर्फ 90 ओवरों तक चले इस मैच में सर्विसेज ने असम को 8 विकेट से हराकर 2025/26 सीजन में अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की. इससे पहले उन्होंने पिछले हफ्ते दिल्ली में त्रिपुरा को एक पारी और 20 रनों से हराया था. पहले बल्लेबाजी करते हुए, असम की टीम पहली पारी में 17.2 ओवर में सिर्फ 103 रन के स्कोर पर ढेर हो गई. इस पारी की खासियत यह भी रही कि, इसमें दो गेंदबाजों ने अपना हैट्रिक लिया. यह पहली बार हुआ जब किसी प्रथम श्रेणी मैच की एक पारी में दो हैट्रिक बने हों.

अर्जुन शर्मा और मोहित जांगड़ा ने ली हैट्रिक

सर्विसेज की ओर से गेंदबाज अर्जुन शर्मा (5-46 रन) और मोहित जांगड़ा (3-5 रन) ने हैट्रिक ली. हालांकि, रियान पराग की शानदार गेंदबाजी की बदौलत घरेलू टीम ने वापसी की और सर्विसेज सिर्फ पांच रन की बढ़त ले पाई, क्योंकि असम ने उन्हें 29.2 ओवर में 108 रन पर ढेर कर दिया. राजस्थान रॉयल्स के इस स्टार खिलाड़ी ने अपने करियर की दूसरी पारी में पांच विकेट लिए और केवल 25 रन दिए. यह पराग के करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. राहुल सिंह ने भी उनका बखूबी साथ दिया. मैच कम स्कोर वाला रहा क्योंकि असम की दूसरी पारी 29.3 ओवर में सिर्फ 75 रन पर ढेर हो गई, जिसमें 4 बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए. सिर्फ 3 बल्लेबाज ही दोहरे अंक का स्कोर बना पाए.

केवल 90 ओवर चला मुकाबला

मात्र 71 रनों का लक्ष्य मिला और सर्विसेज ने 13.5 ओवर में दो विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया. दोनों विकेट पराग ने लिए. यह मुकाबला केवल 90 ओवरों तक चला, यानी 540 गेंदों का, जिसमें 25 विकेट पहले दिन गिरे, जबकि बाकी सात विकेट दूसरे दिन सुबह गिरे. इस प्रकार, गेंदों के लिहाज से यह रणजी ट्रॉफी के इतिहास का अब तक का सबसे छोटा मैच साबित हुआ. पिछला रिकॉर्ड 547 गेंदों का था, जो 1962 में दिल्ली और रेलवे के बीच हुए मैच में बना था. वह मैच भी केवल दो दिन चला था, जिसमें दिल्ली ने एक पारी और 53 रनों से जीत हासिल की थी.

इतिहास का सबसे छोटा प्रथम श्रेणी मैच 2004-05 में कायदे-आजम ट्रॉफी में फैसलाबाद और कराची ब्लूज के बीच हुआ था, जो कराची ब्लूज की पहली पारी के बाद केवल 85 गेंदों में ही समाप्त हो गया था. हालांकि, सबसे छोटा प्रथम श्रेणी मैच 1851 में तस्मानिया और विक्टोरिया के बीच 352 गेंदों तक चला था.