बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर ऑस्ट्रेलिया का कब्जा, भारत का सपना टूट

मेलबर्न :अंतत: मेलबर्न टेस्ट ड्रा हो गया. तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद मैच भारत ने किसी तरह बचा लिया. जिस वक्त मैच को ड्रा करने का निश्चय किया गया उस वक्त क्रीज पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और आर अश्विन खेल रहे थे. ... आज सुबह ऑस्ट्रेलिया ने जब भारत के सामने 384 रन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2014 6:25 AM
मेलबर्न :अंतत: मेलबर्न टेस्ट ड्रा हो गया. तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद मैच भारत ने किसी तरह बचा लिया. जिस वक्त मैच को ड्रा करने का निश्चय किया गया उस वक्त क्रीज पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और आर अश्विन खेल रहे थे.

आज सुबह ऑस्ट्रेलिया ने जब भारत के सामने 384 रन का लक्ष्य दिया, तो सभी यह सोच रहे थे कि भारतीय टीम लक्ष्य पाने की कोशिश करेगी या फिर वह ड्रा के लिए खेलेगी. भारतीय पारी की शुरुआत ऐसी हुई थी कि एक बार तो ऐसा प्रतीत हुआ कि मैच भारत गंवा देगा, लेकिन फिर कोहली और रहाणे ने पारी को संभला और कप्तान धौनी ने मैच को ड्रा तक पहुंचाया.

भारत ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट में आज यहां पांचवें और अंतिम दिन शर्मनाक हार को टालते हुए मैच ड्रा कराया लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी दोबारा जीतने में सफल रहा.

शान मार्श के 99 रन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 70 ओवर में 384 रन का बेहद कड़ा लक्ष्य दिया. भारतीय बल्लेबाजी क्रम इसके बाद एक बार फिर संकट में घिरा लेकिन टीम मैच ड्रा कराने में सफल रही. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित हो गया कि इस बार भारत को वाइटवाश का सामना नहीं करना पड़ेगा.
भारत ने जब छह विकेट पर 174 रन बनाये थे और चार ओवर का खेल बाकी था तब दोनों कप्तान मैच ड्रा कराने को राजी हो गये. इस समय 66 ओवर का खेल हो चुका था और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी 24 जबकि रविचंद्रन अश्विन आठ रन बनाकर खेल रहे थे. इस जोड़ी ने बेहद दबाव के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को 11 ओवर तक विकेट से महरुम रखा.
भारतीय पारी का आकर्षण विराट कोहली (54) और अजिंक्य रहाणे (48) के बीच चौथे विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी रही. ये दोनों उस समय बल्लेबाजी के लिए उतरे थे जब भारत शिखर धवन (00), मुरली विजय (11) और लोकेश राहुल (01) के विकेट खोने के बाद तीन विकेट पर 19 रन बनाकर संकट में था.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा टेस्ट मैच चौथे दिन की समाप्ति के समय रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया. सोमवार को पहली पारी में 65 रनों की बढ़त लेनेवाली कंगारू टीम ने दूसरी पारी में सात विकेट खोकर 261 रन बनाये. ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 362 रनों की हो गयी है.

पहली पारी में शतक जड़ने वाले विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने शुरुआत झटकों के बाद भारत को संभाला जिससे मेहमान टीम ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया के 384 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चाय तक तीन विकेट पर 104 रन बनाये.

कोहली ने एक बार फिर अर्धशतक जड़ा और वह 98 गेंद में सात चौकों की मदद से 54 रन बनाकर खेल रहे हैं. उन्होंने रहाणे (नाबाद 33) के साथ उस समय चौथे विकेट के लिए 85 रन की अटूट साझेदारी की जब भारत शिखर धवन (00), मुरली विजय (11) और लोकेश राहुल (01) के विकेट खोने के बाद तीन विकेट 19 रन बनाकर संकट में था.

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक नौ विकेट पर 318 रन बनाने के बाद अपनी पहली पारी घोषित की. उसकी कुल बढ़त 383 रन की रही. ऑस्ट्रेलिया की ओर से शान मार्श एक रन से शतक से चूक गये. उन्होंने 215 गेंद में 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से 99 रन बनाये.

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत काफी खराब रही और उसने दूसरे ओवर में ही धवन का विकेट गंवा दिया जिन्हें रेयान हैरिस ने पगबाधा आउट किया.
टीम प्रबंधन ने राहुल को तीसरे नंबर पर खिलाने का फैसला किया लेकिन पदार्पण कर रहा यह बल्लेबाज एक बार फिर खराब शाट खेलकर मिशेल जानसन की गेंद पर शेन वाटसन को कैच दे बैठा.

इससे भारत का स्कोर दो विकेट पर पांच रन हो गया.

कोहली इसके बाद चार रन के निजी स्कोर पर रन आउट होने से बचे. कोहली शॉट खेलने के बाद दौड़ पड़े लेकिन दूसरे छोर पर खड़े विजय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. डेविड वार्नर के खराब थ्रो के कारण ही भारतीय बल्लेबाज वापस क्रीज पर लौट पाया.

विजय हालांकि नौ रन बनाने के बाद जोश हेजलवुड की गेंद पर पगबाधा आउट हो गये. पहली पारी की तरह एक बार फिर भारत को संकट से उबारने की जिम्मेदारी कोहली और रहाणे पर थी. इन दोनों ने जानसन की शार्ट गेंदों का डटकर सामना किया और कई आकर्षक शाट खेले. दोनों ने 18वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया.

भारत ने 33वें ओवर में रनांे का सैकड़ा पूरा किया जबकि इस दौरान कोहली भी 87 गेंद पर अर्धशतक जड़ने में सफल रहे.
चाय के विश्राम से पहले हालांकि रहाणे भाग्यशाली रहे जब 22 रन के निजी स्कोर पर क्रिस रोजर्स ने जानसन की गेंद पर प्वाइंट पर उनका कैच टपका दिया. कोहली इसके बाद एक बार फिर रन आउट होने से बचे जब नाथन लियोन थ्रो को पकड़ने में विफल रहे.

चौथे दिन के ओवरों की भरपाई के लिए आज खेल आधा घंटा जल्द शुरू हुआ लेकिन तीन गेंद बाद ही बारिश आ गयी जिसके कारण 40 मिनट तक खेल रुका रहा.
दोबारा खेल शुरू होने पर मार्श और रेयान हैरिस (21) ने धीमी बल्लेबाजी की. सुबह के सत्र में सिर्फ 57 रन बने. सुबह के सत्र में पहला चौका दिन के आठवें ओवर में लगा.ऑस्ट्रेलिया ने इस बीच 92वें ओवर में 300 रन पूरे किये.

सुबह एक घंटे का खेल होने के बाद दोबारा बारिश आयी और मैच 10 मिनट रोकना पड़ा. ओवरों की संख्या में हालांकि कोई कमी नहीं की गयी है.
खेल शुरु होने पर हैरिस ने मोहम्मद शमी (92 रन पर दो विकेट) की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया.

मार्श ने इसके बाद रविचंद्रन अश्विन (75 रन पर दो विकेट) के पारी के 95वें ओवर में छक्का और चौका मारा. उन्हें इसी ओवर में अश्विन ने 86 रन के स्कोर जीवनदान भी दिया. मार्श हालांकि दो ओवर बाद तेज रन लेने की कोशिश में मिड ऑफ से कोहली के सटीक निशाने का शिकार बने.