केविन पीटरसन की आत्मकथा विवादों में, टीम पर लगाये कई चौंकाने वाले आरोप
इंग्लैंड टीम के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन की आत्मकथा प्रकाशन से पूर्व ही विवादों में आ गयी है. अपनी आत्मकथा में पीटरसन ने कुछ ऐसे सच उजागर किये हैं, जिनसे इंगलिश क्रिकेट की राजनीति उजागर होती है. ... पीटरसन ने अपनी आत्मकथा में टीम के कई सीनियर खिलाडि़यों पर आरोप लगाये हैं, उन्होंने अपनी आत्मकथा […]
इंग्लैंड टीम के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन की आत्मकथा प्रकाशन से पूर्व ही विवादों में आ गयी है. अपनी आत्मकथा में पीटरसन ने कुछ ऐसे सच उजागर किये हैं, जिनसे इंगलिश क्रिकेट की राजनीति उजागर होती है.
पीटरसन ने अपनी आत्मकथा में टीम के कई सीनियर खिलाडि़यों पर आरोप लगाये हैं, उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि कैच छूट जाने पर गेंदबाज से माफी मांगने के लिए मजबूर किया जाता था.अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ से बातचीत में पीटरसन ने इंग्लैंड टीम पर आरोप लगाया है कि उनकेऔरइंग्लैंड टीम के बीच काफी दिनों तक शीतयुद्ध चला जिसके बाद उनका अनुबंध समाप्त कर दिया गया. इसके बाद पीटरसन काफी निराश हो गये. उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया गया.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान का गुस्सा अपनी टीम पर निकला है. उन्होंने मैट प्रायर और पूर्व कोच एंडी फ्लावर को जमकर कोसा है.प्रायरपर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वह ड्रेसिंग रूम का माहौल खराब कर देते थे वहीं पूर्व कोच एंडी फ्लावर को उन्होंने डर-डरकर फैसले लेने वाला व्यक्ति बताया.
उन्होंने कहा कि मुझे बिना किसी वजह के टीम से बाहर किया गया और मेरी छवि को खराब की गई. उन्होंने कहा कि मैदान में कैच छोड़ने या कमजोर फील्डिंग होने पर खिलाड़ियों को माफी मांगने के लिए मजबूर किया जाता था.
34 साल के पीटरसन ने 104 टेस्ट मैचों में 47 की औसत से 8,181 रन बनाए. उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में कप्तानी भी की.पीटरसन के नाम से एक नकली ट्विटर अकाउंट चलाये जाने पर भी वे काफी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि मुझे एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने बताया कि ये अकाउंट ड्रेसिंग रूम से चलाया जा रहा है. मैं ये जानकर पूरी तरह से टूट गया. मैं मेंटली हैरास्मेंट का शिकार हुआ.
गौरतलब है कि पीटरसन का क्रिकेट करियर इसी साल फरवरी में समाप्त हो गया था. उनका अनुबंध ऐशेज में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली करारी हार के बाद खत्म कर दिया गया था. ऑस्ट्रेलिया के हाथों ऐशेज़ में इंग्लैंड की 0-5 से हार के बाद इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने उनका अनुबंध समाप्त कर दिया था.
