क्या लॉर्ड्स में धौनी और कपिल के इतिहास को दोहरा पाएंगे कोहली ? आंकड़ों में टीम इंडिया बेहद कमजोर
नयी दिल्ली : बर्मिंघम टेस्ट में टीम इंडिया की शर्मनाक हार के बाद विराट सेना लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड से बदला लेने के लिए बेताब है. इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में भारत को 31 रन से हराया था.... भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट 9 अगस्त से 13 अगस्त तक खेला जाएगा. लेकिन […]
नयी दिल्ली : बर्मिंघम टेस्ट में टीम इंडिया की शर्मनाक हार के बाद विराट सेना लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड से बदला लेने के लिए बेताब है. इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में भारत को 31 रन से हराया था.
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट 9 अगस्त से 13 अगस्त तक खेला जाएगा. लेकिन क्रिकेट का ‘मक्का’ कहे जाने वाले मैदान लॉर्ड्स में भारतीय टीम का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है.भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में कुल 17 टेस्ट मैच खेले गये हैं, जिसमें इंग्लैंड की टीम को 11 मैचों में जीत मिली है, जबकि टीम इंडिया को मात्र दो मैच में जीत नसीब हुई है. 4 टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ था.
इस मैदान पर भारत की ओर से सबसे सफल बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर रहे हैं. उन्होंने लॉर्ड्स में भारत की ओर से सबसे अधिक 508 रन बनाये हैं. यहां उन्होंने 3 शतक और एक अर्धशतक जमाये हैं. इसके अलावा राहुल द्रविड ने भी यहां एक शतक जमाया है. द्रविड यहां नाबाद 103 रन की पारी खेली थी.
* कपिल देव की कप्तानी में भारत को 1986 में मिली पहली जीत
लॉर्ड्स के मैदान में टीम इंडिया को पहली बार 1986 में जीत मिली. उस समय टीम के कप्तान कपिल देव थे. उस मैच में भारत ने इंग्लैंड को पांच विकेट से हराया था. उस मैच में दिलीप वेंगसरकर ने शानदार शतक जमाया था. टीम इंडिया की जीत में कपिल देव और चेतन शर्मा की भी बड़ी भूमिका रही थी.
* 28 साल बाद धौनी की कप्तानी में टीम इंडिया को मिली जीत
कपिल देव के बाद महेंद्र सिंह धौनी ही ऐसे कप्तान हुए जिनकी अगुआई में टीम इंडिया ने लॉर्ड्स में जीत दर्ज की. 28 साल बाद 2014 में भारत को दूसरी बार टेस्ट मैच में जीत मिली. उस मैच में भारत ने इंग्लैंड को 95 रन से हराया था.
इंग्लैंड के खिलाफ खेले गये उस मुकाबले में टीम इंडिया की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने पहली पारी में 6 विकेट चटकाये थे, जबकि दूसरी पारी में इशांत शर्मा ने 74 रन देकर 7 विकेट लिये थे. उस मैच में इशांत शर्मा ने रिकॉर्ड भी अपने नाम किया.
