Commonwealth Games 2030: भारत को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मिली मेजबानी, पीएम मोदी ने दी बधाई
Commonwealth Games 2030: भारत 20 साल बाद 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करेगा. बुधवार को ग्लास्गो में राष्ट्रमंडल खेलों की आमसभा की बैठक में अहमदाबाद को मेजबान के तौर पर औपचारिक मंजूरी मिल गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट डालकर बधाई दी है. बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व संयुक्त सचिव (खेल) कुणाल, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पी टी उषा और गुजरात के खेल मंत्री हर्ष संघवी सहित अन्य लोगों ने किया.
Commonwealth Games 2030: राष्ट्रमंडल खेल 2030 में अपने 100 साल भी पूरे कर रहे हैं लिहाजा यह संस्करण विशेष रहने वाला है. भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी हासिल करना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने की दौड़ में भी है और अहमदाबाद को ही मेजबान शहर के रूप में पेश किया गया है.
पीएम मोदी ने दी बधाई
PM मोदी ने ट्वीट किया, बहुत खुशी है कि भारत ने सेंटेनरी कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी की बोली जीत ली है! भारत के लोगों और स्पोर्टिंग इकोसिस्टम को बधाई. यह हमारा मिलकर किया गया कमिटमेंट और खेल भावना की भावना है जिसने भारत को ग्लोबल स्पोर्टिंग मैप पर मजबूती से जगह दिलाई है. वसुधैव कुटुम्बकम की सोच के साथ, हम इन ऐतिहासिक खेलों को बड़े जोश के साथ मनाने के लिए उत्सुक हैं. हम दुनिया का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं!
भारत को नाइजीरिया के शहर अबुजा से मिली थी कड़ी टक्कर
राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी के लिए भारत को नाइजीरिया के शहर अबुजा से कड़ी टक्कर मिल रही थी, लेकिन कॉमनवेल्थ स्पोर्ट ने 2034 के खेलों की मेजबानी के लिए अफ्रीका के इस शहर के नाम पर विचार करने का फैसला किया.
पिछली बार 2010 हुआ था राष्ट्रमंडल
भारत ने इससे पहले 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किया था लेकिन 2030 में इन खेलों को अहमदाबाद में आयोजित किया जाएगा. भारत ने 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी पर लगभग 70,000 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जो शुरुआती अनुमान 1600 करोड़ रुपये से कहीं अधिक था. चार साल में एक बार होने वाले इन खेलों में 72 देश हिस्सा लेते हैं जिनमें से ज्यादातर पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश हैं.
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ डोनाल्ड रुकारे ने क्या कहा?
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ डोनाल्ड रुकारे ने कहा, यह राष्ट्रमंडल खेलों के लिए एक नए सुनहरे दौर की शुरुआत है. भारत व्यापकता, युवा शक्ति, महत्वाकांक्षा, समृद्ध संस्कृति, अपार खेल-जुनून और प्रासंगिकता लेकर आता है. हम राष्ट्रमंडल खेलों के अगले शतक की शुरुआत मजबूत स्थिति में कर रहे हैं.
सरदार वल्लभभाई पटेल खेल परिसर को किया जा रहा तैयार
सरदार वल्लभभाई पटेल खेल परिसर उन प्रमुख स्थलों में से एक है, जिसको इन खेलों के लिए तैयार किया जा रहा है. इनमें एक लाख से अधिक दर्शकों की क्षमता वाला नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम भी शामिल है. इसके अलावा इस परिसर में एक जलक्रीड़ा केंद्र और एक फुटबॉल स्टेडियम के साथ-साथ इनडोर खेलों के लिए दो मैदान भी होंगे. इस परिसर के अंदर 3000 लोगों के रहने की क्षमता वाला खेल गांव भी बनाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: Video: चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप… साउथ अफ्रीका से मिली करारी हार पर ये क्या बोल गए कोच गौतम गंभीर?
