Shani Sade Sati: धनु राशि वालों को जल्द मिलेगी शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति, मीन के जातकों की बढ़ेगी परेशानियां, जानें इससे बचाव के उपाय

Shani Sade Sati, Dhanu, Meen, Rashifal, Horosope, Shani Sade Sati Upay, Shani Dev: धनु राशि वालों को बहुत जल्द खुशखबरी मिलने वाली है. शनि की साढ़ेसाती से उन्हें मुक्ति मिलेगी. धनु से हटकर शनि की साढ़ेसाती मीन राशि वालों पर शुरू हो जाएगी. फिलहाल शनि मकर राशि में गोचर है जहां वे 28 अप्रैल तक रहेंगे. जबकि 29 अप्रैल शुक्रवार की दोपहर 12 बजे वे कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे. इसी के साथ मीन राशि के जातकों के कार्य में बाधा उत्पन्न होनी शुरू हो जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2021 5:30 AM

Shani Sade Sati, Dhanu, Meen, Rashifal, Horosope, Shani Sade Sati Upay, Shani Dev: धनु राशि वालों को बहुत जल्द खुशखबरी मिलने वाली है. शनि की साढ़ेसाती से उन्हें मुक्ति मिलेगी. धनु से हटकर शनि की साढ़ेसाती मीन राशि वालों पर शुरू हो जाएगी. फिलहाल शनि मकर राशि में गोचर है जहां वे 28 अप्रैल तक रहेंगे. जबकि 29 अप्रैल शुक्रवार की दोपहर 12 बजे वे कुंभ राशि में प्रवेश कर जायेंगे. इसी के साथ मीन राशि के जातकों के कार्य में बाधा उत्पन्न होनी शुरू हो जायेगी.

शनि को आमतौर पर भय का देवता माना जाता है. उनकी साढ़ेसाती या ढैया का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न होने लगता है. हालांकि, वे हमेशा यह बुरे फल देने के लिए नहीं जाने जाते है. इन्हें न्याय प्रिय भी कहा गया है. जो कर्मों के अनुसार फल देने के लिए जाने जाते हैं.

आपको बता दें कि 29 अप्रैल को कुंभ राशि में जाने के बाद अर्थात 12 जुलाई को शनि मकर राशि में ही फिर वापस आ जाएंगे. ज्योतिष मामले के जानकारों की मानें तो ऐसा शनि वक्री होने के कारण करेंगे. इसके बाद 17 जनवरी 2023 तक मकर राशि में ही फिर विराजमान रहेंगे. यहां से वे पुनः मार्गी होकर कुंभ में जाएंगे. ऐसे में 29 अप्रैल कुंभ राशि में प्रवेश करते ही थोड़े समय के लिए ही सही धनु को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी.

क्या है शनि की साढ़ेसाती से बचाव के उपाय

  • ऐसी मान्यता है कि शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए विधिपूर्वक हनुमान जी का पूजा करना चाहिए. इससे शनि दोष समाप्त होता है.

  • इसके लिए आप हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं.

  • साथ ही साथ सुंदरकांड का पाठ ही कष्टों को कम करने में मददगार साबित होगा.

  • इसके अलावा सभी की बीज मंत्र “ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:” का जाप करना लाभदायक होता है

  • शनि स्तोत्र का पाठ भी करें या शनि मंत्र- ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें

  • इसके अलावा शनिवार को तिल का तेल चढ़ाएं

Posted By: Sumit Kumar Verma

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