Paush Month 2025: पौष मास का ‘पितृपक्ष’ से क्या है संबंध, जानें पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए क्या करें

Paush Month 2025: पौष महीने को छोटा पितृपक्ष कहा जाता है. इस समय कई लोग पितरों की आत्मा की शांति के लिए विभिन्न प्रकार के कर्मकांड करते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है. ऐसे में आइए जानते हैं कि छोटे पितृपक्ष के दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए क्या-क्या करना चाहिए.

By Neha Kumari | December 5, 2025 9:23 AM

Paush Month 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार पौष का महीना साल का दसवां महीना होता है. इस महीने को छोटा पितृपक्ष के नाम से भी जाना जाता है. इस महीने में मृत पूर्वजों के लिए श्राद्ध, तर्पण और दान किया जाता है. कहा जाता है कि इससे पूर्वज प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं. माना जाता है कि छोटे पितृपक्ष के समय किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. यही कारण है कि इस अवधि में विवाह, नामकरण और गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते.

‘छोटा पितृपक्ष’ के दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए क्या करें?

1. दान–पुण्य


इस समय दान-पुण्य करना अत्यंत शुभ माना गया है. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में शांति बनी रहती है और पितृ प्रसन्न होते हैं.

2. दीपक जलाना


छोटे पितृपक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए. दीपक जलाने के लिए मिट्टी के दीये, तिल के तेल और रूई की बाती का उपयोग करें. इसके बाद पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें.

3. ब्राह्मण भोजन


छोटे पितृपक्ष के दौरान ब्राह्मणों को भोजन कराना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. कहा जाता है कि बिना ब्राह्मणों को भोजन कराए, पूर्वजों के लिए किया गया तर्पण और श्राद्ध अधूरा माना जाता है.

4. ब्रह्म मुहूर्त में स्नान


इस अवधि में सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना शुभ माना गया है.

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