Navratri 2025: नवरात्रि में इन 5 मंत्रों के जाप से देवी होंगी खुश, बरसेगी विशेष कृपा
Navratri 2025: नवरात्रि केवल व्रत और पूजा का पर्व नहीं, बल्कि यह आत्मा को शांति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा देने वाला समय भी है. इस पावन अवसर पर कुछ विशेष मंत्रों का नियमित जप करके आप माता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन की परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे मंत्रों के बारे में, जो नवरात्रि में विशेष रूप से शुभ फलदायक माने जाते हैं.
Navratri 2025: नवरात्रि का पावन पर्व केवल व्रत रखने तक सीमित नहीं है. इस दौरान कुछ खास मंत्रों का नियमित जप करने से न केवल माता की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि आपके मन को भी शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. मंत्रों का नियमित उच्चारण आपके आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और आभा को भी मजबूत करता है. आज हम आपको ऐसे कुछ प्रभावशाली मंत्रों के बारे में बताएंगे, जिन्हें नवरात्रि में आप रोज़ाना जप सकते हैं. मंत्रों का जप सुबह या शाम की पूजा के साथ किया जा सकता है. यदि समय मिले तो दिन में भी इन मंत्रों का उच्चारण किया जा सकता है. यह न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि जीवन की बाधाओं को भी दूर करता है.
प्रभावशाली मंत्र और उनके लाभ
1. रक्त बीज मंत्र
रक्त बीज वधे देवि चण्ड मुण्ड विनाशिनी।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
इस मंत्र का जप करने से व्यक्ति को यश और कीर्ति मिलती है. साथ ही, जीवन में जो भी विरोधी या शत्रु हैं, उनका नाश होता है. यदि आप अपने विरोधियों या नकारात्मक परिस्थितियों से परेशान हैं, तो यह मंत्र विशेष रूप से लाभकारी है.
2. शिक्षा और धन के लिए मंत्र
विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तं जनं कुरु।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
यह मंत्र स्टूडेंट्स के लिए बहुत उपयोगी है. इसके जप से ज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति होती है. साथ ही धन-संपत्ति की प्राप्ति में भी यह मंत्र मदद करता है. इसे कम से कम 11 बार जपना चाहिए.
3. मां भगवती की कृपा पाने का मंत्र
ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
इस मंत्र का नियमित उच्चारण जीवन की परेशानियों को कम करता है. सुबह और शाम के समय इसका जप करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है.
4. सर्वमंगलकारी मंत्र
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
यह मंत्र माता का सबसे प्रचलित और लोकप्रिय मंत्र है. नवरात्रि के नौ दिन इसे जपने से सुख-समृद्धि बढ़ती है, बुद्धि-बल प्राप्त होता है और जीवन में आने वाली दुख-विपदाओं से मुक्ति मिलती है.
5. बाधाओं से मुक्ति का मंत्र
सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्यम् अस्मद् वैरि विनाशनम्।।
यह मंत्र जीवन की हर बाधा को दूर करने में मदद करता है. इसे नियमित जपने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का प्रवेश होता है.
बरसेगी मां की कृपा
इन मंत्रों का जप न केवल उन लोगों के लिए लाभकारी है जो नवरात्रि के व्रत रखते हैं, बल्कि वे लोग भी इसका लाभ उठा सकते हैं जो किसी कारण से व्रत नहीं रख पा रहे हैं. नियमित जाप से आपका मन शांत होता है और माता की कृपा हमेशा बनी रहती है.
