Margashirsha Purnima 2025: मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ, घर की नकारात्मक ऊर्जा होगी दूर
Margashirsha Purnima 2025: मार्गशीर्ष पूर्णिमा को अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ बेहद शुभ माना गया है. इस दिन मां लक्ष्मी के आठ दिव्य स्वरूपों की आराधना करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सौभाग्य, धन और समृद्धि बढ़ती है. यह दिन आध्यात्मिक साधना और शुभ फल पाने का श्रेष्ठ अवसर है.
Margashirsha Purnima 2025: पूर्णिमा का हर दिन चंद्रमा की ऊर्जा, प्रकाश और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है. लेकिन मार्गशीर्ष पूर्णिमा का महत्व इन सभी में सबसे खास है. वैदिक परंपरा में इस माह को अत्यधिक शुभ बताया गया है. श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है— “मासानां मार्गशीर्षोऽहम्” यानी महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूँ. यह बात मार्गशीर्ष महीने की आध्यात्मिक शक्ति और पवित्रता को स्पष्ट करती है. यह पूर्णिमा मन, धन, भक्ति और सौभाग्य को बढ़ाने का बेहतरीन समय मानी जाती है.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2025 कब है?
इस वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा 4 दिसंबर 2025 को पड़ रही है. इस दिन उपवास, स्नान-दान और भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की आराधना करने का विशेष महत्व है. माना जाता है कि इस तिथि पर की गई पूजा पूरे वर्ष के लिए सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती है.
इस पूर्णिमा पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र के पाठ को बेहद शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं इसके लाभ और आध्यात्मिक महत्व के बारे में.
Margashirsha Purnima 2025 पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का महत्व
अष्टलक्ष्मी स्तोत्र मां लक्ष्मी के आठ रूपों— आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी और धैर्यलक्ष्मी—की स्तुति है. यह स्तोत्र पढ़ने से जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में सुख-समृद्धि बढ़ती है.
अष्टलक्ष्मी स्तोत्र पाठ के लाभ
इस Aghan Purnima मां लक्ष्मी की विशेष कृपा
इस स्तोत्र के नियमित या पूर्णिमा पर पाठ से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. घर में धन, सौभाग्य और खुशहाली बढ़ती है.
Margashirsha Purnima पर आर्थिक संकट दूर होते हैं
धन से जुड़ी रुकावटें और आर्थिक परेशानियां कम होती हैं. आय के नए स्रोत खुलते हैं और खर्चों पर नियंत्रण आता है.
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Battisi Purnima पर व्यवसाय और करियर में सफलता
व्यापारियों के लिए यह स्तोत्र बहुत लाभकारी है. इससे कार्यक्षेत्र में सफलता, प्रगति और नए अवसर मिलने की संभावना बढ़ती है.
Moksha Purnima पर ऐसे मिलेगी परिवार में सुख-शांति
अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है. इससे मन शांत होता है और परिवार में सौहार्द बढ़ता है.
संतोष, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा
धैर्य, आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती बढ़ती है. किसी भी काम में बाधाएं कम होने लगती हैं.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा का यह दिन भक्ति, ध्यान और आध्यात्मिक साधना के लिए बेहद शुभ माना गया है. यदि आप इस दिन श्रद्धा से अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करते हैं, तो मां लक्ष्मी की असीम कृपा आप पर बरसती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का द्वार खुल जाता है.
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