Chandra Grahan 2020: इस सप्ताह लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं सोना चाहिए

Chandra Grahan 2020: इस सप्ताह के अंत में चंद्र ग्रहण लग रहा है. ग्रहण में खासकर गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी पड़ती है. यह ग्रहण 5 जुलाई 2020 दिन रविवार को लग रहा है. चंद्रग्रहण 05 जुलाई की सुबह 8 बजकर 16 मिनट से लेकर 10 बजकर तक रहेगा. यह उपछाया चंद्रग्रहण है. उपछाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है.

By Radheshyam Kushwaha | June 28, 2020 11:42 AM

Chandra Grahan 2020: इस सप्ताह के अंत में चंद्र ग्रहण लग रहा है. ग्रहण में खासकर गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी पड़ती है. यह ग्रहण 5 जुलाई 2020 दिन रविवार को लग रहा है. चंद्रग्रहण 05 जुलाई की सुबह 8 बजकर 16 मिनट से लेकर 10 बजकर तक रहेगा. यह उपछाया चंद्रग्रहण है. उपछाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है. उपछाया चंद्रग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी घूमती हुई आ जाती है. यह ग्रहण सुबह के समय लगने जा रहा. गर्भवती महिला इस बात को सोच रही है, ग्रहण के दौरान क्या करें क्या न करें. आइए जानिए कि चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को क्यों नहीं सोना चाहिए.

जब कोई भी व्यक्ति सोता हैं तो वह रिचार्ज होता हैं. आप एक बैट्री की तरह हैं. दिन भर चार्ज की हुई ऊर्जा का उपयोग करते हैं और फिर इस ऊर्जा को एकत्रित करने के लिए आप सोते हैं. दुनिया का कोई भी जीव और कोई भी मनुष्य सोए बिना नहीं रह सकता है. जब आप नींद में होते हैं तो आप इस दुनिया से कटे हुए होते हैं और अपने लोगों से भी कटे हुए होते हैं और आपके अंदर तमाम एनर्जी प्रवेश करती है, जिससे आप फिर से काम करने लायक बनते हैं और जगने लायक बनते हैं.

सोने के बाद ब्रह्माण्ड की, वायु मंडल की दिव्य एनर्जी आपके अंदर प्रवेश करती है तो आपके जो अच्छी एनर्जी होती है वह हरेक इंसान को चाहिए ही होता है. वहीं जब ग्रहण लगता है उस दौरान वायु मंडल में अच्छी एनर्जी के साथ साथ ग्रहण की दूषित एनर्जी भी मिक्स हो जाती है. तब आप सोते है तो आपके वह एनर्जी शरीर में प्रवेश करती है. अच्छी एनर्जी के जगह पर आपके शरीर में प्रवेश करने पर आपके शरीर का संतुलन खराब हो जाएगा.

जब गर्भ में शिशु होता है तब सभी दिव्य एनर्जी गर्भ के अंदर प्रवेश करता है. शरीर का सबसे ज्यादा एनर्जी खिचने वाला शिशु होता है. गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाएं कभी नहीं चाहती है कि शिशु नकारात्मक एनर्जी के प्राप्त करें. इसलिए महिलाओं को ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव शिशु पर पड़ता है, और गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है. इसलिए ग्रहण के दौरन गर्भवती महिलाओं को कभी नहीं सोना चाहिए. जब आप जागे हुए होते हैं तो वायुमंडल की कोई भी एनर्जी को ग्रहण नहीं करते हैं.

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