Surya Gochar 2023: कल सूर्य करने वाले हैं गोचर, जानें किन राशियों को मिलेगा शुभफल

Surya Gochar 2023: 15 मार्च की सुबह सूर्य मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं, इसलिए इसे मीन संक्रांति के नाम से जाना जाएगा. इससे कई राशियों को लाभ होगा. जानें लाभ पाने वालों में कहीं आपकी राशि भी तो नहीं

By Shaurya Punj | March 14, 2023 9:46 AM

Surya Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य देव हर मास में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं. 15 मार्च की सुबह सूर्य मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं,  इसलिए इसे मीन संक्रांति के नाम से जाना जाएगा. सूर्य के मीन में प्रवेश करने से शनि के साथ युति का समापन होगा और गुरु के साथ युति होने से कई राशियों को लाभ होगा. जानें लाभ पाने वालों में कहीं आपकी राशि भी तो नहीं

मेष राशि

सूर्य का गोचर होने से मेष राशि वाले जातकों को लाभ मिलने वाला है. राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए सूर्य हर तरह से लाभदायक ही रहेंगे. मान-सम्मान पद तथा गरिमा की वृद्धि होगी. परिवार में वरिष्ठ सदस्यों से छोटे भाइयों से सहयोग मिलेगा.

वृषभ राशि

सूर्य का गोचर होने से वृषभ  राशि वाले जातकों के लिए अच्छा होने वाला है.  दश भाव में गोचर कर रहे हैं. ऐसे में इस सूर्य इस राशि में एकाराशि के जातकों को विशेष लाभ मिलने वाला है. निवेश करना लाभकारी सिद्ध होगा. वाहन, घर खरीदना भी शुभ साबित होगा.

कर्क राशि

सूर्य का गोचर कर्क राशि के लिए फायदेमंद होने वाला है. सूर्य और गुरु की युति इस राशि के जातकों के लिए सौभाग्यशाली साबित होगी. इस अवधि में कोई पुराना निवेश आपको लाभ पहुंचाएगा. नए सौदे में हाथ डाल सकते हैं.

कन्या राशि

सूर्य का गोचर  कन्या राशि के जातकों के लिए अच्छा साबित  होगा. राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. सोची-समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी. लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी. गुप्त शत्रु परास्त होंगे.

कुंभ राशि

सूर्य का गोचर  कुंभ राशि के जातकों के लिए फायदेमंद होने वाला है. इस राशि में सूर्य दूसरे भाव में गोचर कर रहे हैं. इस भाव को वाणी, परिवार और बचत का कारक माना जाता है. ऐसे में इस राशि के जातकों का परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा.

 15 मार्च 2023 को मनाया जाएगा मीन संक्रांति

15 मार्च 2023 को मीन संक्रांति है. मीना संक्रांति भी इन 12 संक्रांतियों में से ही एक है. वर्ष के अंतिम माह में आने वाली संक्रांति को ही मीना संक्रांति के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मीन राशि का प्रभाव सूर्य पर पड़ता है. सूर्य का स्थान प्रत्येक महीने में बारह राशियों में बदलता रहता है और सूर्य के राशि में प्रवेश करने से संक्रांति का अनुमान लग जाता है.

मीन संक्रांति का महत्व

 भारत के दक्षिणी क्षेत्रों में इसे मीन संक्रमण के नाम से भी बुलाया जाता है. इस दिन भूमि दान करने खुशहाल जीवन की प्राप्ति होती है. भूमि दान न कर सकने वाले लोग इस दिन अन्य दान करते हैं और ग़रीबों को खाना खिलाते हैं. पंजाब, केरल और तमिलनाडु राज्य में प्रत्येक माह के शुरूआत में मीना संक्रांति को मनाया जाता है.

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