जी-20 की अध्यक्षता

भारत की अगुवाई में जी-20 समूह विश्व को नयी सकारात्मक राह की ओर अग्रसर कर सकता है.

By संपादकीय | November 18, 2022 8:14 AM

बाली में आयोजित जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन के अंत में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने समूह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दी. दुनिया की 20 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के समूह का नेतृत्व भारत के हाथ में आना एक महत्वपूर्ण घटना है. यह समूह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 80 प्रतिशत, अंतरराष्ट्रीय व्यापार के 75 प्रतिशत तथा वैश्विक जनसंख्या के 60 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है.

मुख्य रूप से इस समूह की प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय वित्त, वाणिज्य एवं व्यापार के लिए अनुकूल परिस्थितियां तैयार करना है, लेकिन कोरोना महामारी तथा रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी भू-राजनीतिक संकटों से पैदा हुई चुनौतियों को देखते हुए इसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है. जलवायु संकट आज विकराल रूप ले चुका है. कोरोना महामारी से जारी लड़ाई में भारत की उपलब्धियों ने समूची दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है. रूस-यूक्रेन युद्ध के मामले में भारत ने तटस्थ विदेश नीति और व्यापार नीति अपनाते हुए लगातार शांतिपूर्ण बातचीत पर जोर दिया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार कहा है कि आज के युग में युद्ध कोई विकल्प नहीं है तथा हमें गांधी और बुद्ध के रास्ते पर चलना होगा. उनके इस सोच की स्पष्ट प्रतिध्वनि बाली सम्मेलन के घोषणापत्र में परिलक्षित हुई है. जलवायु परिवर्तन के मसले पर भी भारत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी भूमिका निभा रहा है. अगले साल भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन तथा सालभर की अध्यक्षता के लिए भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दर्शन को आदर्श बनाया है.

कोरोना टीकों को कई देशों में भेजना हो, अनाज की आपूर्ति करनी हो, शांति की पैरोकारी हो, सामुद्रिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना हो या स्वच्छ ऊर्जा के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास करना हो, हर मसले पर भारत ने सभी देशों के सहयोग बढ़ाने तथा नियम-आधारित विश्व व्यवस्था स्थापित करने पर बल दिया है. पूरी धरती ही परिवार है- यह एक सूक्ति मात्र नहीं है, भारत की वैश्विक दृष्टि का सूत्र वाक्य है. प्रधानमंत्री मोदी ने समूह की अध्यक्षता को स्वीकार करते हुए कहा है कि भारत की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी और कार्योन्मुखी होगी.

उन्होंने स्पष्ट कहा है कि भारत सभी सदस्यों को साथ लेकर चलने का प्रयास करेगा. आज जब हमारा देश सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और वैश्विक मंच पर हमारी महत्वपूर्ण उपस्थिति सुनिश्चित हो चुकी है, भारत की अगुवाई में जी-20 समूह विश्व को नयी सकारात्मक राह की ओर अग्रसर कर सकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने उचित ही कहा है कि भारत और भारतीयों के लिए यह गौरव का अवसर है.

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