Numerology: क्या है अंक ज्योतिष और कैसे करता है काम? जानें जीवन पर इसका गहरा असर

Numerology: अपने पत्रकारिता करियर में मैंने हमेशा समाज से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है. अंक ज्योतिष, जिसे न्यूमेरोलॉजी भी कहते हैं, एक ऐसी प्राचीन विद्या है जो संख्याओं और उनके गहरे अर्थों का अध्ययन करती है। यह सिर्फ भविष्यवाणी नहीं, बल्कि हमें अपने व्यक्तित्व, व्यवहार और जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करती है. इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि अंक ज्योतिष क्या है, यह कैसे काम करती है, और कैसे मूलांक, भाग्यांक और नामांक आपके जीवन को प्रभावित करते हैं.

By ArbindKumar Mishra | August 7, 2025 9:38 AM


Numerology: आजकल लोग अपने जीवन की गुत्थियों को सुलझाने और भविष्य को समझने के लिए उत्सुक हैं. ऐसे में अंक ज्योतिष एक ऐसा विज्ञान है जो अंकों के गहरे रहस्यों को उजागर करता है और बताता है कि कैसे आपकी जन्मतिथि और नाम के अक्षर आपके भाग्य को प्रभावित करते हैं. यह सिर्फ भविष्यवाणी नहीं बल्कि आपके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, करियर और रिश्तों पर अंकों के असर को समझने का एक शक्तिशाली माध्यम है. क्या आप जानना चाहते हैं कि आपकी जिंदगी में छिपे ये अंक कैसे आपकी राह आसान कर सकते हैं? आइए जानते हैं कि यह प्राचीन विद्या कैसे काम करती है और हमारे जीवन पर इसका कितना गहरा असर होता है.

अंक ज्योतिष: एक प्राचीन विद्या

अंक ज्योतिष, जिसे अंग्रेजी में न्यूमरॉलजी (Numerology) कहते हैं, एक प्राचीन और महत्वपूर्ण विद्या है. यह ज्योतिष शास्त्र की एक शाखा मानी जाती है, जिसमें अंकों के माध्यम से किसी व्यक्ति के जीवन, स्वभाव, व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है. यह मान्यता है कि ब्रह्मांड में प्रत्येक संख्या का अपना एक विशिष्ट कंपन होता है, और ये कंपन व्यक्ति के जीवन को विभिन्न प्रकार से प्रभावित करते हैं. अंक ज्योतिष का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है. इसकी जड़ें मिस्र, बेबीलोन, भारत, यूनान और चीन जैसी प्राचीन सभ्यताओं में मिलती हैं. ऐसा माना जाता है कि प्रसिद्ध यूनानी गणितज्ञ पाइथागोरस ने अंकों के महत्व के बारे में दुनिया को बताया था. उन्होंने कहा था कि “अंक ब्रह्मांड पर राज करते हैं”. हालांकि, अंक ज्योतिष की खोज का श्रेय उन्हें नहीं दिया जाता है, लेकिन उनके सिद्धांतों ने इसके प्रसार और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. भारत में भी प्राचीन ग्रंथ ‘स्वरोदम शास्त्र’ में अंक शास्त्र के विशेष उपयोग का उल्लेख मिलता है. मिस्र की जिप्सी जनजाति ने भी इस शास्त्र को विकसित करने में अहम योगदान दिया है.

कैसे काम करता है अंक ज्योतिष

अंक ज्योतिष मुख्य रूप से 1 से 9 तक की संख्याओं पर आधारित है. इन नौ संख्याओं में सभी नौ ग्रह – सूर्य, चंद्र, गुरु, यूरेनस, बुध, शुक्र, वरुण, शनि और मंगल शामिल होते हैं. प्रत्येक ग्रह के लिए एक अंक निर्धारित किया गया है, और इसी आधार पर गणनाएं की जाती हैं. अंक ज्योतिष में गणित के नियमों का उपयोग करके किसी व्यक्ति के विभिन्न पक्षों और विचारों को समझा जा सकता है. अंक ज्योतिष में मुख्य रूप से तीन प्रकार के अंकों की गणना की जाती है, जिनका व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है. ये अंक हैं मूलांक, भाग्यांक और नामांक.

  • मूलांक (जन्मांक): मूलांक किसी व्यक्ति की जन्मतिथि से प्राप्त होता है. यह व्यक्ति के स्वभाव, शरीर संरचना, चरित्र, मिजाज और स्वास्थ्य की जानकारी देता है. इसकी गणना जन्म की तारीख के अंकों को जोड़कर की जाती है, जब तक कि वह एक अंक में न आ जाए. उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति का जन्म 15 तारीख को हुआ है, तो उसका मूलांक 1+5=6 होगा. यदि जन्मतिथि 29 है, तो 2+9=11, फिर 1+1=2, तो मूलांक 2 होगा. इसी प्रकार, यदि जन्मतिथि 25 है, तो मूलांक 2+5=7 होगा.
  • भाग्यांक (जीवन पथ संख्या): भाग्यांक व्यक्ति की पूरी जन्मतिथि (जन्म की तारीख, महीना और वर्ष) के सभी अंकों को जोड़कर प्राप्त होता है. यह अंक जीवन के मूल उद्देश्य और दिशा को दर्शाता है, जिसे व्यक्ति को अपने जीवन में अनुसरण करना चाहिए. उदाहरण के लिए, यदि किसी का जन्म 15 दिसंबर 1998 को हुआ है, तो इसकी गणना इस प्रकार होगी: 1+5 (दिनांक) + 1+2 (महीना) + 1+9+9+8 (वर्ष) = 6 + 3 + 27 = 36. फिर 3+6=9. इस प्रकार भाग्यांक 9 होगा. कुछ पद्धतियों में, 11, 22 जैसे ‘मास्टर नंबर’ को कभी-कभी एक अंक में नहीं बदला जाता.
  • नामांक: नामांक व्यक्ति के नाम से जुड़े अक्षरों को जोड़ने के बाद प्राप्त होता है. अंग्रेजी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर को एक निश्चित अंक दिया जाता है, और फिर उन अंकों को जोड़कर नामांक निकाला जाता है. नामांक व्यक्ति के बाहरी व्यक्तित्व और लोकप्रियता पर असर डालता है. अंक ज्योतिष के अनुसार, यदि नामांक मूलांक से मेल नहीं खाता, तो नाम में परिवर्तन करके सकारात्मक ऊर्जा लाई जा सकती है.

इन अंकों के अलावा, अंक ज्योतिष में कर्म चक्र संख्या और सूर्य संख्या जैसी अन्य महत्वपूर्ण संख्याएं भी होती हैं, जिनसे व्यक्ति के जीवन के उद्देश्य और चुनौतियों का अनुमान लगाया जा सकता है.

जीवन पर इसका गहरा असर

अंक ज्योतिष का मानना है कि अंकों का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. यह व्यक्ति के लक्षणों, उसकी सोच, तर्क शक्ति, दर्शन, इच्छाओं, स्वास्थ्य और करियर आदि को प्रभावित करता है. अंकशास्त्रियों का मानना है कि संख्याएं व्यक्ति के लक्षणों के साथ-साथ उनके जीवन में होने वाली घटनाओं को प्रभावित करने की ताकत रखती हैं. अंक ज्योतिष के माध्यम से व्यक्ति अपने आत्म-ज्ञान को बढ़ा सकता है. यह सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है, खासकर करियर और व्यवसाय में सफलता पाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है. यह रिश्तों और विवाह में सामंजस्य बनाने में सहायक हो सकता है. इसके अलावा, यह धन, स्वास्थ्य और मानसिक शांति में सुधार के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा और भविष्य की योजना बनाने में भी मददगार हो सकता है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अंक ज्योतिष व्यक्ति को जीवन में उचित चुनाव करने में मदद कर सकता है, और उपयुक्त अवसरों को चुनने में सहायक हो सकता है. यह दो लोगों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में भी सहायता करता है, क्योंकि यह संगतता स्तर और संबंधित स्थितियों के बारे में जानकारी दे सकता है.

अंकप्रतिनिधित्वप्रभाव
1सूर्यनवीनता, नेतृत्व, आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता, सकारात्मकता.
2चंद्रमाशांत स्वभाव, दूसरों की प्रतिष्ठा के लिए लड़ने वाले.
3गुरुरचनात्मकता, संचार, आनंद, सृजनात्मकता, सामाजिकता.
4राहुस्थिरता, संरचना, अनुशासन, मेहनत, व्यावहारिकता, परिश्रम.
5बुधपरिवर्तन, स्वतंत्रता, अनुकूलनशीलता, संचार.
6शुक्रसामंजस्य, सेवा, परिवार, प्रेम.
7केतुआध्यात्मिकता, अंतर्ज्ञान, विश्लेषण.
8शनिशक्ति, समृद्धि, आर्थिक स्थिरता, न्याय, संतुलन.
9मंगलकरुणा, मानवतावाद, सहिष्णुता, नेतृत्व.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अंक ज्योतिष में किसी भी अंक को शुभ या अशुभ नहीं माना जाता है. प्रत्येक अंक की अपनी विशेषताएं और ऊर्जा होती है, जो व्यक्ति के जीवन को विभिन्न तरीकों से प्रभावित कर सकती है. कई लोग अपने मूलांक और भाग्यांक के अनुसार अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण फैसले लेते हैं. यह एक ऐसी विद्या है जो व्यक्ति को अपने जीवन के गहरे रहस्यों को समझने और सही मार्ग पर चलने के लिए मदद करती है.