पहाड़ों पर बारिश का तांडव, स्कूल बंद और यातायात ठप

 Uttarakhand Heavy Rain: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में मानसून की बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. 30 जून को मौसम विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इसके साथ ही रेड अलर्ट भी घोषित किया गया है.

By Ayush Raj Dwivedi | June 30, 2025 8:52 AM

 Uttarakhand Heavy Rain: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. सोमवार, 30 जून को मौसम विभाग ने दोनों राज्यों के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड अलर्ट घोषित किया है. लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन, यात्रा मार्गों के बंद होने और वाहनों के फंसने की घटनाएं सामने आ रही हैं.

हिमाचल के चार जिलों में स्कूल बंद

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में रेड अलर्ट के बीच राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निर्देश दिए हैं कि विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए संबंधित उपायुक्त स्कूलों की छुट्टी के आदेश तुरंत जारी करें. राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश की तीव्रता और बढ़ने की संभावना जताई गई है. बीते 24 घंटे में भारी बारिश और आगामी चेतावनी को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है.

उत्तराखंड में यात्रा मार्ग बंद, श्रद्धालु रोके गए

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, टेहरी, ऊधम सिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया गया है. रुद्रप्रयाग में लगातार मूसलाधार बारिश से केदारनाथ यात्रा प्रभावित हुई है. सोनप्रयाग में श्रद्धालुओं को रोका गया है, जबकि केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन और बोल्डर गिरने की घटनाएं हुई हैं. विजयनगर में मलबे के कारण 4-5 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और सिरोबगड़ के पास बदरीनाथ हाईवे भी बंद है, जिससे सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं.

आदि कैलाश यात्रा मार्ग भी बाधित

धारचूला में दोबाट क्षेत्र में चट्टान खिसकने से आदि कैलाश यात्रा मार्ग भी फिर से बंद हो गया है. भारी बारिश के कारण मिट्टी गीली हो चुकी है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं तेजी से हो रही हैं। सड़क खोलने का कार्य जारी है, लेकिन इसमें समय लग सकता है. राज्य सरकारें स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और लोगों से अपील की गई है कि वे आवश्यक सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें.