Union Cabinet Meeting: झरिया संशोधित मास्टर प्लान और पुणे मेट्रो लाइन-2 को मोदी सरकार की मंजूरी, कैबिनेट में 3 बड़े फैसले

Union Cabinet Meeting: प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की अहम बैठक हुई. जिसमें तीन बड़े फैसले लिए गए. मोदी सरकार ने पुनर्वास के लिए 5,940 करोड़ रुपये के संशोधित झरिया मास्टर प्लान को मंजूरी दी. बैठक के बाद केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी.

By ArbindKumar Mishra | June 25, 2025 3:43 PM

Union Cabinet Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जो तीन बड़े फैसले लिए गए, उसमें बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, “आज कैबिनेट बैठक में तीन बड़े फैसले लिए गए. पुणे मेट्रो विस्तार के लिए 3626 करोड़ रुपये पारित किए गए. दूसरा, झरिया (झारखंड) भूमिगत आग का बहुत पुराना मुद्दा है. इसके लिए 5940 करोड़ रुपये का संशोधित मास्टर प्लान मंजूर किया गया. तीसरा, आगरा में 111 करोड़ रुपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र स्थापित किया जाएगा.”

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया. इससे पहले बैठक में आपातकाल की ज्यादतियों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि के देने के लिए कुछ क्षण का मौन रखा गया.

आपातकाल पर पारित प्रस्ताव में क्या है खास?

आपातकाल की घोषणा के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रस्ताव पारित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उन अनगिनत व्यक्तियों के बलिदान को याद करने और उनका सम्मान करने का संकल्प लिया, जिन्होंने आपातकाल और भारतीय संविधान की भावना को नष्ट करने के उसके प्रयास का बहादुरी से विरोध किया था. एक विध्वंस जो 1974 में नवनिर्माण आंदोलन और संपूर्ण क्रांति अभियान को कुचलने के एक कठोर प्रयास के साथ शुरू हुआ था. कैबिनेट ने बताया, “इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज की बैठक में उन लोगों को श्रद्धांजलि के रूप में दो मिनट का मौन रखा गया, जिनके संवैधानिक रूप से गारंटीकृत लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए गए थे और जिन्हें तब अकल्पनीय भयावहता का सामना करना पड़ा था.” केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आपातकाल की ज्यादतियों के खिलाफ उनके अनुकरणीय साहस और बहादुरीपूर्ण प्रतिरोध को श्रद्धांजलि दी.