एंजेल चकमा की मौत पर फूटा सांसद गौरव गोगोई का दर्द, सुनाई आपबीती, हत्या पर देशभर में विरोध

Tripura Youth Death In Dehradun: त्रिपुरा के छात्र की देहरादून में हुई हत्या का पूरे देश में विरोध हो रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे  भयावह घृणा अपराध करार दिया है. इस बीच कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अपनी एक आपबीती सुनाई है.

By Pritish Sahay | December 29, 2025 9:33 PM

Tripura Youth Death In Dehradun: त्रिपुरा के छात्र की देहरादून में हुई हत्या का पूरे देश में विरोध हो रहा है. हत्या को लेकर सियासत भी गरमा गई है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार (29 दिसंबर) को पीड़ित परिवार से बात की. उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस बीच कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अपनी एक आपबीती सुनाई है. उन्होंने बताया कि एक समय उनके साथ भी ऐसा ही हुआ था.  कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा “मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था. एक बार जब मैं आगरा गया था, तो एक गार्ड ने मुझसे पूछा, ‘आप कहां से हैं? अपना पासपोर्ट दिखाइए.’ हम पूर्वोत्तर के लोगों से हमारे ही देश में, हमारे ही लोग पासपोर्ट मांगते हैं. अपने देश का झंडा गर्व से फहराने के लिए बहुत साहस चाहिए, और फिर अपने ही देश के किसी नागरिक से ऐसी बात सुनना. यह हमारी सहनशीलता और देशभक्ति का प्रतीक है.”

राहुल गांधी ने बताया भयावह घृणा अपराध

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने त्रिपुरा के छात्र की देहरादून में हत्या को भयावह घृणा अपराध करार दिया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि हमें एक ऐसा मृत समाज नहीं बनना चाहिए जो देशवासियों को निशाना बनाए जाने पर आंखें मूंद ले. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस तरह की घटनाएं उस नफरत का नतीजा हैं, जो रोजाना युवाओं के बीच परोसी जा रही है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा “देहरादून में एंजेल चकमा और उनके भाई माइकल के साथ जो हुआ, वह एक भयानक घृणा अपराध है. नफरत रातोंरात पैदा नहीं होती. इसे रोजाना, विशेष रूप से हमारे युवाओं को, जहरीली सामग्री और गैर-जिम्मेदाराना विमर्श के माध्यम से परोसा जा रहा है तथा और सत्तारूढ़ भाजपा के नफरत फैलाने वाले नेतृत्व द्वारा इसे सामान्य बना दिया गया है.”

बेहद घृणित मानसिकता का दुष्परिणाम- अखिलेश यादव

वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि देहरादून में त्रिपुरा के एक छात्र की हत्या नफरती लोगों की बेहद घृणित मानसिकता का दुष्परिणाम है. सपा मुख्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा कि विघटनकारी सोच रो किसी की जान ले रही है और सरकारी अभयदान प्राप्त ये लोग विषबेल की तरह फलफूल रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि इन नकारात्मक तत्वों से देश और देश की एकता-अखंडता खतरे में है. उन्होंने कहा कि आज इन हिंसक हालात में यही बात सबसे ज्याद ज़रूरी है कि हम सब शान्ति प्रिय, सौहार्दपूर्ण विचार वाले लोग एकजुट होकर ऐसे असामाजिक लोगों को अपने बीच पहचानने का काम करें और इनका बहिष्कार भी करें, नहीं तो हममें से कोई भी कल इनकी हिंसा का शिकार हो जाएगा.

मुख्य आरोपी की सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये के इनाम देने की घोषणा

टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने अंजल चकमा हत्या मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का नकद इनाम देने की सोमवार को घोषणा की है. पश्चिम त्रिपुरा जिले के नंदननगर निवासी अंजल चकमा की हत्या मामले में छह आरोपियों में से पांच को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता फरार है. देबबर्मा की यह घोषणा ऐसे समय आयी है जब कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड पुलिस ने हत्या मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले को 25,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की थी. इसी बीच टिपरा मोथा पार्टी (TMP) शासित त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (TTAADC) ने मृतक के परिजन को तीन लाख रुपये के मुआवजे की भी सोमवार को घोषणा की. ‘

उत्तराखंड में हुई त्रिपुरा के छात्र की हत्या

इससे पहले पश्चिम त्रिपुरा जिले के नंदननगर में त्रिपुरा के एक की बेरहमी से पिटाई की गई. एंजेल चकमा नाम के छात्र ने नौ दिसंबर को देहरादून में जब नस्लीय टिप्पणी का विरोध किया, तब छह लोगों ने उसपर हमला किया था, और उसके साथ काफी मारपीट की गई.  इलाज के दौरान 26 दिसंबर को उसकी मौत हो गई.