प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात की, यूक्रेन पर भारत का रुख दोहराया

यूक्रेन में मौजूदा स्थिति के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने वार्ता और कूटनीति के पक्ष में भारत के लंबे समय से चले आ रहे रुख को दोहराया. इसमें कहा गया कि नेताओं ने वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर नियमित परामर्श जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2022 7:03 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के साथ बात की. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन की स्थिति पर भारत के दीर्घकालिक रुख को दोहराते हुए बातचीत और कूटनीति का समर्थन किया. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने दिसंबर 2021 में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की समीक्षा की.

Also Read: रूस-यूक्रेन युद्ध का भारत से संबंधों पर असर नहीं, बोले रूसी राजदूत, जारी रहेगी S- 400 मिसाइलों की सप्लाई
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एवं खाद्यान्न बाजारों की स्थिति पर हुई चर्चा

बयान के मुताबिक, उन्होंने विशेष रूप से कृषि वस्तुओं, उर्वरकों और फार्मा उत्पादों में द्विपक्षीय व्यापार को कैसे और प्रोत्साहित किया जा सकता है, इस पर विचारों का आदान-प्रदान किया. दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा और खाद्य बाजारों की स्थिति सहित वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की. पीएमओ ने कहा, यूक्रेन में मौजूदा स्थिति के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने वार्ता और कूटनीति के पक्ष में भारत के लंबे समय से चले आ रहे रुख को दोहराया. इसमें कहा गया कि नेताओं ने वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर नियमित परामर्श जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की.

बातचीत से हो शत्रुता का अंत- मोदी

यूक्रेन में 24 फरवीर को युद्ध शुरू होने के बाद से, पीएम मोदी रूस और यूक्रेन दोनों से शांति और शत्रुता समाप्त करने की अपील कर रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने हस्तक्षेप किया और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बात की और सुझाव दिया था कि दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत से चल रहे संघर्ष को विराम दिया जाना चाहिए.

जानिए जी-7 सम्मेलन में भारत ने क्या कहा 

हालांकि, पीएम मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में भी यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति स्पष्ट की थी. मोदी ने कहा था कि शत्रुता का तत्काल अंत होना चाहिए और कूटनीति का रास्ता चुनकर एक संकल्प पर पहुंचा जाना चाहिए. वहीं, पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से भी बता की थी और जारी संघर्ष के कारण जान माल के नुकसान के बारे में अपनी गहरी पीड़ी व्यक्त की थी.

Next Article

Exit mobile version