PM Modi Meets Wang Yi: पीएम मोदी से मिले चीनी विदेश मंत्री वांग यी, SCO शिखर के लिए शी जिनपिंग का जताया आभार

PM Modi Meets Wang Yi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मंगलवार को मुलाकात की. वांग ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग का निमंत्रण पत्र सौंपा. पीएम मोदी ने इसके लिए शी जिनपिंग का आभार जताया.

By ArbindKumar Mishra | August 19, 2025 9:55 PM

PM Modi Meets Wang Yi: चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. वांग यी ने तियानजिन में आयोजित हो रहे एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति शी का संदेश और निमंत्रण सौंपा. उन्होंने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक और विशेष प्रतिनिधियों की 24वीं बैठक, जिसकी उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सह-अध्यक्षता की थी, के बारे में अपनी सकारात्मक राय भी साझा की. प्रधानमंत्री ने सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और सीमा विवाद के निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.

SCO शिखर सम्मेलन का बेसब्री से कर रहा हूं इंतजार

चीनी विदेश मंत्री वांग यो से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, “पिछले साल कजान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मेरी मुलाकात के बाद से, भारत-चीन संबंधों में एक-दूसरे के हितों और संवेदनशीलता के सम्मान के साथ लगातार प्रगति हुई है. मैं शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान तियानजिन में होने वाली हमारी अगली मुलाकात का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं. भारत और चीन के बीच स्थिर, पूर्वानुमानित और रचनात्मक संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति एवं समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देंगे.”

पीएम मोदी ने शी जिनपिंग का जताया आभार

पीएमओ ने ट्वीट कर बताया, “प्रधानमंत्री ने एससीओ शिखर सम्मेलन के निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आभार व्यक्त किया और अपनी स्वीकृति व्यक्त की. उन्होंने एससीओ शिखर सम्मेलन की चीन द्वारा अध्यक्षता के लिए समर्थन व्यक्त किया और कहा कि वे तियानजिन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने के लिए उत्सुक हैं. प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन के बीच स्थिर, विश्वसनीय और रचनात्मक संबंध क्षेत्रीय और वैश्विक शांति एवं समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देंगे.

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