Operation Sindoor: भारत-चीन अपने सिस्टम का करते रहे टेस्ट, दुनिया देखी तमाशा! पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी का बड़ा दावा
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को भारत-चीन सिस्टम टेस्ट बता दिया है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे की भी पोल खोल दी है, जिसमें वो लगातार दावा कर रहे हैं कि उनकी पहल से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर संभव हो पाया.
Operation Sindoor: अमेरिका के पूर्व सैन्य अधिकारी और वॉरफेयर स्कॉलर जॉन स्पेंसर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा दावा कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में उन्होंने दावा किया है कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष भारतीय स्वदेशी प्रणालियों बनाम चीनी प्रणालियों का टेस्ट था और दुनिया इसको देखती रही.
पूर्व सैन्य अधिकारी ने ट्रंप के दावे का खोल दिया पोल
पूर्व अमेरिकी अधिकारी जॉन स्पेंसर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे का पोल खोल दिया, जिसमें वो लगातार बयान दे रहे हैं कि उनकी पहल से ही भारत-पाकिस्तान सीजफायर संभव हो पाया. जॉन स्पेंसर ने एएनआई के साथ बातचीत में कहा- “पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को दिए गए फोन के बाद भारत और पाकिस्तान संघर्ष समाप्त करने पर सहमत हो गए.”
पाकिस्तान की सेना चीन से ऑक्यूपाइड है : पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी
पूर्व अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने स्पेंसर ने कहा कि पाकिस्तान की सेना चीन से ऑक्यूपाइड है, इसलिए “यह निश्चित रूप से चीनी सैन्य टेक्नॉलॉजी का टेस्ट है. चीन इसके लिए पाकिस्तान को प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल करता है. भारत चीन के साथ सीमा साझा करता है. तुर्की पाकिस्तान को क्षमताएं प्रदान करता है. स्पेंसर ने कहा कि सैन्य क्षमताओं के लिए सबूत वीडियो, सैटेलाइट फुटेज में हैं, न कि उन शब्दों में कि आपने कहा कि आपकी चीनी प्रणालियों ने कैसा प्रदर्शन किया.”
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दिया संदेश
जॉन स्पेंसर ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की क्षमता, सटीकता और संयम के साथ हमला करने की इच्छाशक्ति को प्रदर्शित किया. एएनआई के साथ बातचीत में स्पेंसर ने कहा, भारत ने यह हमला कर संदेश दे दिया कि वह ऐसा कर सकता है. दूसरा, उसके पास ऐसा करने की इच्छाशक्ति है. लेकिन साथ ही वह संयमित भी था. भारत ने पाकिस्तान पर जो हमला किया वो विनाशकारी कार्रवाई नहीं, बल्कि एक संकेत था. क्योंकि लोग सोचते हैं कि युद्ध का मतलब सब कुछ नष्ट कर देना है. युद्ध इच्छाशक्ति की प्रतियोगिता है. अगर पाकिस्तान अपनी आक्रामकता जारी रखना चाहता है, तो भारत जरूरी कदम उठाने की इच्छाशक्ति दिखा रहा था. और यही रणनीतिक स्वतंत्रता और रणनीतिक, मूलतः, नेतृत्व है. बेशक, संयुक्त राज्य अमेरिका चिंतित था, मुझे पूरा यकीन है, कि वह नहीं चाहता था कि स्थिति पहले से ज्यादा बिगड़ जाए.”
भारत निश्चित रूप से युद्ध की कर रहा तैयारी
पूर्व अमेरिकी सेना अधिकारी जॉन स्पेंसर ने कहा, “आप अगले युद्ध की भविष्यवाणी नहीं कर सकते, लेकिन आप तैयारी जरूर कर सकते हैं. भारत निश्चित रूप से तैयारी कर रहा है.” उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल चार दिन का युद्ध नहीं था. यह एक दशक की तैयारी का टेस्ट था. भारत तैयार है.”
