Nagrota Encounter: कमांडो ट्रेनिंग लिये हुए थे नागरोटा में मारे गये चारों आतंकवादी, 30 KM पैदल चल पार किया था बॉर्डर

श्रीनगर : जम्मू के नगरोटा में गुरुवार को एनआउंटर (Nagrota Encounter) में मारे गये जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-a-Mohammad) के चार खूंखार आतंकवादियों के बारे में कई खुफिया जानकारी सुरक्षा बलों के हाथ लगी है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों (Pakistani Terrorist) को भारत में हमले के लिए ट्रेंड किया गया है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार पूरी साजिश में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन कमांडर कासिम जान का हाथ है. इसी ने 2016 में पठानकोट में हमला करवाया था. दक्षिण कश्मीर में कासिम जान के कई लड़ाके मौजूद हैं. ये आतंकी उसके इशारे में कोई भी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2020 1:52 PM

श्रीनगर : जम्मू के नगरोटा में गुरुवार को एनआउंटर (Nagrota Encounter) में मारे गये जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-a-Mohammad) के चार खूंखार आतंकवादियों के बारे में कई खुफिया जानकारी सुरक्षा बलों के हाथ लगी है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों (Pakistani Terrorist) को भारत में हमले के लिए ट्रेंड किया गया है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार पूरी साजिश में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन कमांडर कासिम जान का हाथ है. इसी ने 2016 में पठानकोट में हमला करवाया था. दक्षिण कश्मीर में कासिम जान के कई लड़ाके मौजूद हैं. ये आतंकी उसके इशारे में कोई भी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन आतंकवादियों को कमांडो ट्रेनिंग दी गयी थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को खबर लगी है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के हटने के बाद से जेएम के आतंकी तेजी से जम्मू कश्मीर में पैर फैला रहे हैं. 14 स्पेशल ट्रेंड आतंकवादियों को गुजरांवाला के रास्ते भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश की जा रही है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि नगरोटा एनकाउंटर में मारे गये जेएम के चारों आतंकियों को भी कमांडो ट्रेनिंग दी गयी थी. ये आतंकी सीमा पार करने के लिए जैश के शिविर से 30 किलोमीटर तक पैदल चलकर आये थे. सांबा से कठुआ तक का 6 किलोमीटर का रास्ता आतंकवादियों ने रात में अंधेरे में पार किया था. उसके बाद वे ट्रक में बैठकर जा रहे थे. वाहनों की चेकिंग के दौरान उनके बारे में पता लगा. सुरक्षा बलों पर आतंकवादियों ने ही पहले फायरिंग की थी.

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एक अधिकारी के हवाले से अखबार ने लिखा है कि विभिन्न आतंकवादी संगठनों के करीब 200 आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं. वे नियंत्रण रेखा के आसपास इंतजार में बैठे हैं. यह भी दावा किया गया है कि लश्कर-ए-मुस्तफा के नाम से एक नया आतंकी संगठन बनाया गया है. इसका प्रमुख हिदायतुल्ला है. इसके साथ-साथ पाकिस्तानी संगठन लश्कर-ए-तैयबा भी करीब 23 आतंकियों को खैबर पख्तुनख्वा में ट्रेनिंग दे रहा है.

पहली बार बरामद हुए इतने गोले-बारूद और हथियार

गुरुवार को मुठभेड़ में मारे गये आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोले-बारूद बरामद किये गये हैं. अधिकारियों ने कहा कि मारे गये आतंकवादियों के पास से 11 एके राइफल, तीन पिस्तौल, 24 मैगजीन, 29 ग्रेनेड, छह यूबीजीएल ग्रेनेड बरामद हुए हैं. इसके अलावा उनके पास से भारी मात्रा में दवाएं, विस्फोटक सामग्री, तारों के बंडल, इलेक्ट्रोनिक सर्किट और थैले बरामद हुए हैं. कहा गया कि बीते कुछ साल में पहली बार, मारे गये आतंकवादियों के पास से इतनी भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं.

Posted By: Amlesh Nandan.

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