Most Powerful Tanks: दुश्मन नाम सुनकर हो जाते हैं ढेर, जानिए दुनिया के 5 सबसे शक्तिशाली टैंक के बारे में
Most Powerful Tanks: आधुनिक युद्ध में टैंकों की भूमिका बेहद निर्णायक होती है. फायरपावर, गति और सुरक्षा के लिहाज से टैंक किसी भी देश की सैन्य ताकत का प्रतीक माने जाते हैं. आज दुनिया की बड़ी सैन्य शक्तियों ने ऐसे एडवांस टैंक तैयार किए हैं जो दुश्मन के लिए खौफ बन चुके हैं. इनमें अमेरिका, रूस और दक्षिण कोरिया के टैंक सबसे आगे हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में
Most Powerful Tanks: आधुनिक युद्ध में टैंक किसी भी सेना की ताकत का अहम हिस्सा होते हैं. तकनीक, फायरपावर और गति के लिहाज से आज दुनिया के कुछ देशों ने बेहद खतरनाक टैंक तैयार किए हैं. आइए जानते हैं दुनिया के पांच सबसे घातक टैंकों के बारे में जो युद्ध के मैदान में दुश्मन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं.
M1A2 अब्राम टैंक – अमेरिका
अमेरिका का M1A2 अब्राम टैंक दुनिया का सबसे ताकतवर और एडवांस्ड टैंक माना जाता है. इसे जनरल डायनेमिक्स लैंड सिस्टम्स ने तैयार किया है. यह टैंक अत्याधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम और भारी कवच से लैस है. इसकी क्षमता पैदल सेना, बख्तरबंद वाहनों और कम ऊंचाई पर उड़ते हवाई लक्ष्यों को भी सटीकता से मार गिराने की है.
टी-14 आर्मटा टैंक – रूस
रूस का टी-14 आर्मटा टैंक उसकी आधुनिक सैन्य क्षमताओं का बेहतरीन उदाहरण है. इसमें 125 मिमी की 2A82-1M स्मूथबोर गन और ऑटोमैटिक लोडिंग सिस्टम लगा है, जिससे यह लगातार फायर कर सकता है. इसका टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन इसे 90 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने में सक्षम बनाता है.
K2 ब्लैक पैंथर – दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया का K2 ब्लैक पैंथर टैंक एशिया के सबसे एडवांस टैंकों में गिना जाता है. इसकी हाई-स्पीड और प्रति मिनट 10 से 15 राउंड फायर करने की क्षमता इसे युद्ध में बेहद प्रभावशाली बनाती है. यह टैंक कठिन इलाकों में भी बेहद आसानी से संचालन कर सकता है.
VT4 टैंक – चीन
चीन का VT4 टैंक तीसरी पीढ़ी की तकनीक से लैस है। इसे 125 मिमी स्मूथबोर गन से लैस किया गया है जो वॉरहेड, आर्टिलरी और गाइडेड मिसाइलें फायर कर सकता है. इसकी अधिकतम गति 70 किमी/घंटा है और यह 500 किमी की दूरी तय कर सकता है. पाकिस्तान को यह टैंक निर्यात किया जा चुका है.
मर्कवा मार्क IV – इज़राइल
इजरायल का मर्कवा मार्क IV टैंक दुनिया के सबसे सुरक्षित और ताकतवर टैंकों में से एक है. इसे 2004 में सेना में शामिल किया गया था। इसमें 120 मिमी स्मूथबोर गन लगी है, जो HEAT, सैबोट और LAHAT एंटी-टैंक मिसाइलें फायर करने में सक्षम है. इसकी संरचना इसे दुश्मन की मार से बचाने के लिए खास डिजाइन की गई है.
