महबूबा मुफ्ती ने अमित शाह पर साधा निशाना -पहले टुकड़े-टुकड़े गैंप और अब हमें गुपकार गैंग बताकर राष्ट्रविरोधी साबित करने की कोशिश

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (mehbooba mufti) ने गुपकार गैंग टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर मंगलवार को पलटवार किया. मुफ्ती ने कहा कि इस तरह का बयान बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से लोगों को ध्यान हटाने के लिए दिया गया है.

By Agency | November 17, 2020 6:55 PM

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुपकार गैंग टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर मंगलवार को पलटवार किया. मुफ्ती ने कहा कि इस तरह का बयान बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से लोगों को ध्यान हटाने के लिए दिया गया है. महबूबा ने कहा कि खुद को मसीहा और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को देश का दुश्मन की तरह पेशकर भारत को बांटने के भाजपा के हथकंडा का अनुमान लगाया जा सकता है.

उन्होंने कहा, बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई (जैसे मुद्दों) के स्थान पर लव जेहाद, टुकड़े-टुकड़े और अब गुपकर गैंग राजनीतिक विमर्श में हावी हो गया है. पीडीपी प्रमुख ने सवाल किया कि क्या गठबंधन में चुनाव लड़ना भी अब राष्ट्रविरोधी हो गया है. उन्होंने कहा, सत्ता की अपनी भूख में भाजपा कई गठबंधन कर सकती है लेकिन एकजुट मंच बनाकर हम किस तरह राष्ट्रीय हितों को कमजोर कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया, पुरानी आदतों से छुटकारा पाना आसान नहीं होता.

Also Read: Chhath Special Trains IRCTC News : 17 से 19 तक रेलवे चला रहा है छठ स्पेशल ट्रेन, देखें पूरी लिस्ट

पहले भाजपा ने यह विमर्श चलाया कि टुकड़े- टुकड़े गैंग ने भारत की संप्रभुता को धमकी दी है और अब वे गुपकार गैंग आक्षेप से हमें राष्ट्रविरोधी साबित करना चाहते हैं. विडंबना है कि भाजपा खुद सरेआम संविधान का उल्लंघन करती है. शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दलों को गुपकर गैंग बताया है. इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने पलटवार किया है.

शाह ने यह भी कहा कि यह देश के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ नापाक वैश्विक गठबंधन है और सवाल किया कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी क्या गुपकर गठबंधन घोषणापत्र (पीएजीडी) का समर्थन करते हैं . अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने की मांग को लेकर पिछले दिनों पीएजीडी का गठन किया गया.

Posted By : Rajneesh Anand

Next Article

Exit mobile version