महबूबा ने पूछा- पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने के लिए कश्मीरियों के खिलाफ गुस्सा क्यों? उमर ने कही ये बात

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान की जीत को सेलिब्रेट करने वाले कश्मीरियों के खिलाफ लोगों में गुस्सा क्यों है? उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो हत्या करने वाले स्लोगन लगा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2021 6:33 PM

श्रीनगर: टी-20 वर्ल्ड कप के मैच में भारत की हार पर जम्मू-कश्मीर में कुछ लोगों ने जमकर जश्न मनाया. सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना हुई, तो जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उस पर सवाल खड़े किये. पीडीपी चीफ ने पूछा कि पाकिस्तान की जीत पर अगर कश्मीरियों ने जश्न मनाया, तो इस पर किसी को आपत्ति क्यों है?

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान की जीत को सेलिब्रेट करने वाले कश्मीरियों के खिलाफ लोगों में गुस्सा क्यों है? उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो हत्या करने वाले स्लोगन लगा रहे हैं. कह रहे हैं ‘देश के गद्दारों को गोली मारो….’ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कोई नहीं भूला कि जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीने जाने के बाद बहुत से लोगों ने जश्न मनाये थे. मिठाइयां बांटी थी.

ज्ञात हो कि दुबई में पाकिस्तान की टीम ने भारत की क्रिकेट टीम को टी-20 विश्व कप के मुकाबले में पहली बार पराजित किया, तो जम्मू-कश्मीर में जमकर जश्न मना. लोगों ने आतिशबाजी की और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की. इस पर वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे क्रिकेटरों ने आपत्ति जतायी. उन्होंने इसकी आलोचना की. सोशल मीडिया पर भी जम्मू-कश्मीर के एक वर्ग के इस रवैये पर नाराजगी जतायी गयी. इस पर महबूबा ने उन्हें आड़े हाथ लिया.

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वहीं, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मोहम्मद शमी पर होने वाले हमलों पर टीम इंडिया को लताड़ लगायी. कहा कि कल रात पाकिस्तान के खिलाफ 11 खिलाड़ियों में मोहम्मद शमी भी एक था. मैदान पर वह इकलौता खिलाड़ी नहीं था. उमर ने कहा कि टीम इंडिया अगर अपने साथी खिलाड़ी पर हो रहे हमलों और उसकी ट्रोलिंग के खिलाफ खड़ा होना चाहिए.

पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती वही नेता हैं, जिन्होंने भारत सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किया गया, तो घाटी में खून की नदियां बहेंगी. जम्मू-कश्मीर जल उठेगा. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म किया. साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांट दिया. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों को अलग-अलग केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दे दिया.

सरकार के इस फैसले का भी कश्मीर के नेताओं ने जमकर विरोध किया. जम्मू-कश्मीर की सभी पार्टियों ने मिलकर ‘गुपकार गठबंधन’ बनाया, जिसने सरकार से मांग की कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जायेगा. साथ ही विशेष दर्जा भी मांगा. लेकिन, केंद्र सरकार ने कहा है कि परिसीमन के बाद यहां चुनाव कराये जायेंगे और उसके बाद जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिया जायेगा.

Posted By: Mithilesh Jha