गलवान घाटी में अकेले 9 चीनी सैनिकों के गर्दन मरोड़ने वाले संतोष बाबू को ‘महावीर चक्र’, इन जांबाजों को वीर चक्र

आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गलवान घाटी में अकेले चीनी सैनिकों के गर्दन मरोड़ने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा.लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत सम्मानित किया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2021 2:49 PM

Gallantry Awards 2021: राष्ट्रपति भवन में आज रक्षा अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ है. इस समारोह में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गलवान घाटी में अकेले चीनी सैनिकों के गर्दन मरोड़ने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा है. ये वीरता पुरस्कार देश का दूसरा सर्वोच्च सम्मान है. बता दें कि आज गलवान घाटी की हिंसा में वीरगति पाने वाले सैनिकों को वीरता मेडल दिया है.

बता दें कि लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत ये महावीर चक्र से सम्मानित किया गया है. संतोष बाबू की मां और पत्नी को ये पुरस्कार दिया गया.

वहीं, कार्यक्रम में हवलदार के पलानी को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में पिछले साल जून में चीनी सेना के खिलाफ वीरता से लड़ने के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को ये पुरस्कार दिया.

चीनी सेना से डटकर मुकाबला करने वाले सूबेदार नुदुराम सोरेन को वीर चक्र दिया गया. इन्हें भी मरणोपरांत ये पुरस्कार दिया है. गलवान घाटी पर चीनी सेना के हमले में वीरता दिखाने वाले दीपक सिंह को भी मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया.

वहीं, चीनी सेना के हमले में वीरतापूर्वक लड़ते हुए शहीद हुए सिपाही गुरतेज सिंह को वीर चक्र दिया गया. इसके अलावा साहसपूर्ण प्रदर्शन के लिए हवलदार तेजिंदर सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया गया.

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