Low Pressure in Bay of Bengal : बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर, 1 अक्टूबर से होगी भारी बारिश, दशहरा का मजा किरकिरा

Low Pressure in Bay of Bengal : मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बन सकता है. इसके चलते 2 से 4 अक्टूबर तक बंगाल और आसपास के राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है.

By Amitabh Kumar | September 30, 2025 8:48 AM

Low Pressure in Bay of Bengal : पश्चिम बंगाल सरकार ने 1 अक्टूबर से भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर आपातकालीन तैयारियां शुरू कर दी हैं. मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति पर ध्यान देते हुए व्यापक आपातकालीन उपाय लागू किए गए हैं. सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया गया है और आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. मुख्यमंत्री खुद स्थिति पर करीब से नजर रख रही हैं ताकि किसी भी आपात परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके.

बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया

मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बनने की संभावना है. इसके चलते 2 से 4 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. विभाग ने चेतावनी दी है कि इस दौरान कुछ स्थानों पर हवाओं की गति 35-45 किलोमीटर प्रति घंटे से शुरू होकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है. लोगों को सुरक्षित रहने और मौसम संबंधी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.

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आईएमडी ने बुलेटिन में चेतावनी दी है कि समुद्र अशांत हो सकता है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे इन दो दिनों में उत्तरी और मध्य बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट के पास या दूर समुद्र में न जाएं, ताकि किसी दुर्घटना से बचा जा सके.

प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया

हाल ही में महानगर और आसपास के क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश और करंट लगने की घटनाओं में बारह लोगों की मौत हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसमें एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी तैनात रहेंगे. इस केंद्र के जरिए चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी. यह नियंत्रण कक्ष पूरे त्योहारी मौसम में सक्रिय रहेगा. विशेषकर 26 सितंबर से 7 अक्टूबर, 20 से 24 अक्टूबर और 27 से 28 अक्टूबर तक यह एक्टिव रहेगा. इसका उद्देश्य आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.