Landing Gear: हवाई जहाज के चक्के के पास छिपा लड़का, अफगानिस्तान से उड़ा दिल्ली उतर गया

Landing Gear: अफगानिस्तान का एक लड़का काबुल से उड़ान भरने वाले एक विमान के लैंडिंग गियर में छिपकर दिल्ली पहुंच गया. इस घटना ने सबको हैरान कर दिया. केएएम एयरलाइंस की उड़ान संख्या आरक्यू-4401 में दो घंटे की यात्रा के बाद यह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा.

By Pritish Sahay | September 23, 2025 10:15 PM

Landing Gear: हाल में एक घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. काबुल से एक 13 साल का लड़का अपनी जान जोखिम में डालकर फ्लाइट से दिल्ली तक पहुंचने में सफल रहा. सबसे बड़ी बात की लड़के ने यह जोखिम भरा सफर किसी यात्री की तरह नहीं बल्कि वो विमान के लैंडिंग गियर में छिप कर पूरा किया. सुनने में भले ही यह अटपटा लगे, लेकिन तमाम सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर यह लड़का विमान के पहिए में सवार होकर अफगानिस्तान से भारत तक की यात्रा पूरी की.  केएएम एयरलाइंस की उड़ान संख्या आरक्यू-4401 में दो घंटे की यात्रा के बाद यह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा.

विमान की लैंडिंग होने के बाद यह लड़का के उतरने के बाद रनवे के पास घूमता हुआ पाया गया. एयरपोर्ट अधिकारियों हवाई अड्डे के सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को इस लड़के के बारे में जानकारी दी. लड़के को विमानन कर्मियों ने पकड़ लिया और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सौंप दिया गया. यहां से इसे पूछताछ के लिए हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर लाया गया. लड़के ने बताया कि वह अफगानिस्तान के कुंदुज शहर का रहने वाला है.

पूछताछ में लड़के ने बताया आने का कारण

लड़के ने अधिकारियों को बताया कि वह काबुल हवाई अड्डे में किसी तरह घुस गया और फिर विमान के पिछले केंद्रीय लैंडिंग गियर कक्ष में घुसने में कामयाब रहा. सूत्रों के मुताबिक लड़के ने बताया कि उसने जिज्ञासावश ऐसा किया. मिली जानकारी के मुताबिक इसके बाद उस लड़के को रविवार को उसी उड़ान से अफगानिस्तान वापस भेज दिया गया.

जांच में क्या मिला?

केएएम एयरलाइन के सुरक्षा अधिकारियों ने लैंडिंग गियर कक्ष की सुरक्षा जांच भी की. उन्हें वहां लाल रंग का एक छोटा स्पीकर मिला, जो शायद उस लड़के ने अपने साथ लाया था. उन्होंने बताया कि विमान को गहन निरीक्षण और अन्य जांच के बाद उड़ान के लिए सुरक्षित घोषित कर दिया गया.

जान जोखिम में डालकर की यात्रा

अफगानिस्तान के इस लड़के ने अपनी जान जोखिम में डालकर यह सफर पूरी की. अत्यधिक ऊंचाई, बर्फीली ठंड, ऑक्सीजन की कमी और काफी तंग जगह में यात्रा करना जान जोखिम में डालने के समान है. ऐसी यात्रा में हाइपोथर्मिया का शिकार होने का भी काफी खतरा रहता है. हालांकि इस मामले में लड़के को कुछ नहीं हुआ. उसे सकुशल वापस भेज दिया गया.