Kishtwar Video : किश्तवाड़ से आया ताजा वीडियो, लोग बोले- नदी में शव…

Kishtwar Video : एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक बरामद किए गए शवों में से 21 की पहचान उनके परिवारों ने कर ली है. बाकियों की पहचान की जा रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने शवों की तस्वीरें उनके साथ साझा की हैं ताकि उनकी पहचान की जा सके.’’ उन्होंने कहा कि बादल फटने की घटना के बाद से लोग अपने परिवार के सदस्यों का पता लगाने के लिए फोन कर रहे हैं. बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र का ताजा वीडियो सामने आया है. देखें यहां.

By Amitabh Kumar | August 15, 2025 11:06 AM

Kishtwar Video : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक दूरदराज पहाड़ी गांव में गुरुवार को भारी बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. इस हादसे में अब तक कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के दो जवान भी शामिल हैं. कई लोग अब भी फंसे हुए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. प्रभावित चशोती गांव से बरामद किए गए 46 शवों में से 21 की पहचान कर ली गई है. हादसे के बाद का वीडियो सामने आया है जो बहुत ही भयावह है. देखें वीडियो.

इस बीच, ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने चिनाब नदी में 10 शव तैरते हुए देखे हैं और उन्हें निकालने के प्रयास भी जारी हैं. मचैल माता मंदिर जाने वाले मार्ग में पड़ने वाले चशोती गांव में यह आपदा दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आई. जिस समय हादसा हुआ, उस समय मचैल माता मंदिर यात्रा के लिए वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे. साढ़े नौ हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित मचैल माता मंदिर तक जाने के लिए श्रद्धालु चशोती गांव तक वाहन से पहुंच सकते हैं और उसके बाद उन्हें 8.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती है.

चशोती गांव शहर से 90 किलोमीटर दूर

चशोती गांव किश्तवाड़ शहर से लगभग 90 किलोमीटर दूर है. यहां श्रद्धालुओं के लिए लगाया गया एक लंगर (सामुदायिक रसोईघर) इस घटना से सबसे अधिक प्रभावित हुआ. बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई और दुकानों एवं एक सुरक्षा चौकी सहित कई इमारतें बह गईं. इस आपदा ने एक अस्थायी बाजार, लंगर स्थल और एक सुरक्षा चौकी को तहस-नहस कर दिया है.

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सीआईएसएफ के दो जवानों समेत 46 लोगों की मौत

किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर पहाड़ी गांव चशोती में गुरुवार को बादल फटने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआईएसएफ) के दो जवानों समेत कम से कम 46 लोगों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए प्राधिकारियों ने एक व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से पीड़ितों की तस्वीरें प्रभावित परिवारों के साथ साझा कीं जिसके परिणामस्वरूप बरामद किए गए 46 शवों में से 21 की पहचान की गई. अब तक 160 से अधिक घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया है जिनमें से 38 की हालत गंभीर बताई जा रही है.