Kisan Andolan: लापता किसानों का पोस्टर चिपकाने गये पुलिसकर्मी को टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने पीटा! FIR दर्ज

Kisan Andolan: एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जितेंद्र राणा नामक पुलिसकर्मी नांगलोई थाने में तैनात हैं. टिकरी बॉर्डर पर इस जवान की पिटाई की गयी है. उन्होंने कहा कि राणा को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है. अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इस घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2021 12:07 PM
  • दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली पुलिस के एक जवान को पीट दिया

  • गणतंत्र दिवस हिंसा के दौरान लापता किसानों का पोस्टर लगाने गया था पुलिसकर्मी

  • दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जवान अस्पताल में भर्ती

Kisan Andolan नयी दिल्ली : दिल्ली के टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर शुक्रवार को लापता किसानों का पोस्टर चिपकाने गये एक पुलिसकर्मी को प्रदर्शनकारी किसानों ने कथित रूप से पीट दिया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी. दिल्ली पुलिस ने बताया कि टिकरी बॉर्डर पर कुछ लोगों ने एक पुलिसकर्मी को पीट दिया है. पुलिस का जवान घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि जितेंद्र राणा नामक पुलिसकर्मी नांगलोई थाने में तैनात हैं. टिकरी बॉर्डर पर इस जवान की पिटाई की गयी है. उन्होंने कहा कि राणा को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है. अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इस घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है.

अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी किसान लापता हो गये थे, जिनके पोस्टर लगाने के लिए जितेंद्र राणा टीकरी बॉर्डर गये थे. इसी दौरान कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी. बाद में पुलिस और अन्य लोगों ने उन्हें बचाया और घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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बता दें कि केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कई किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन पिछले दो महीनें से ज्यादा समय से जारी है. इस बीच केंद्र सरकार और किसान नेताओं के साथ कई स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन कोई भी समाधान नहीं निकला है. किसान नये कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार जब तक किसानों के साथ किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती है तब तक दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान घर नहीं लौटेंगे. उन्होंने दावा किया यह आंदोलन पूरे देश में फैला हुआ है और यह केवल पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश तक सीमित नही है जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में और महापंचायत आयोजित की जायेगी.

भाषा इनपुट के साथ

Posted By: Amlesh Nandan.

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