कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाएगा रेलवे, झारखंड के बोकारो और जमशेदपुर से महाराष्ट्र को होगी सप्लाई

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने एक ट्वीट कहा, 'ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए रोलऑन-रोलऑफ ऑक्सीजन ट्रक लोड किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार कोविड-19 रोगियों की हरसंभव मदद के लिए तैयार है.' मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने इससे पहले रेलवे से पूछा था कि क्या उसके रेल नेटवर्क के जरिये लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 19, 2021 2:25 PM

नई दिल्ली : देश में कोरोना के गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए भारतीय रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस गाड़ी चलाएगा. रेलवे के इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस में झारखंड के बोकारो और जमशेदपुर, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम और ओड़िशा के राउरकेला से टैंकरों में लिक्विड ऑक्सीजन भरकर देशभर के अस्पतालों तक पहुंचाया जाएगा. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, सोमवार यानी आज मुंबई और उसके आसपास के कलमबोली और बोइसर स्टेशनों से ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लिक्विड ऑक्सीजन भरने के लिए रवाना किया जाएगा.

उधर, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने एक ट्वीट कहा, ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए रोलऑन-रोलऑफ ऑक्सीजन ट्रक लोड किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार कोविड-19 रोगियों की हरसंभव मदद के लिए तैयार है.’ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने इससे पहले रेलवे से पूछा था कि क्या उसके रेल नेटवर्क के जरिये लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है.


महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश ने रेलवे की थी मांग

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सरकारों के अनुरोध पर रेलवे ने तुरंत लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही के लिए तकनीकी पहलुओं पर विचार करना शुरू कर दिया था. रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि 19 अप्रैल को खाली टैंकर चलेंगे. इस लिहाज से हम अगले कुछ दिन में ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान शुरू होने की उम्मीद करते हैं. उन्होंने कहा कि जहां कहीं मांग होगी, हम वहां ऑक्सीजन भेज सकेंगे. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के तीव्र संचालन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है.

तेजी से तैयार किए जा रहे हैं रैंप

लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की ढुलाई से संबंधित मुद्दों पर 17 अप्रैल को रेलवे बोर्ड के अधिकारियों, राज्य परिवहन आयुक्तों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई थी. रेल मंत्रालय ने कहा कि टैंकर हासिल करने और लोड करके उन्हें वापस भेजने की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय रेलवे केंद्रों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. विशाखापत्तनम, अंगुल और भिलाई में रैंप तैयार किए जा चुके हैं. कलमबोली में पहले से मौजूद रैंप को मजबूत बनाया जा रहा है. मंत्रालय ने कहा कि कलमबोली में रैंप 19 अप्रैल तक तैयार हो जाएगा. दूसरे स्थानों पर भी टैंकरों के पहुंचने से पहले रैंप तैयार हो जाएंगे.’

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