Gujarat Bridge Accident: पुल ढहने से 5 वाहन नदी में गिरे, एक बच्चे समेत नौ लोगों की मौत, गुजरात के वडोदरा से आई डराने वाली तस्वीर
Gujarat Bridge Accident: गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक पुल का कुछ हिस्सा ढह जाने से कई वाहन नदी में गिर गए थे. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चार दशक पुराने पुल के ढहने की घटना में 9 लोगों की मौत हो गई और अन्य 9 लोगों को बचा लिया गया. हादसे में घायल पांच लोगों को सर सैयाजीराव जनरल अस्पताल में भर्ती किया गया है.
Gujarat Bridge Accident: गुजरात के वडोदरा बुधवार को डराने वाली खबर आई. यहां सुबह महिसागर नदी पर बने पुल का एक हिस्सा अचानक से ढह गया. इस हादसे में एक बच्चे समेत 9 लोगों की मौत हो गई. वहीं हादसे के शिकार अन्य नौ लोगों को बचा लिया गया.
घटना के बाद पुलिस ने बताया कि महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल का एक स्लैब अचानक से ढह गया जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ. महिसागर नदी पर स्थित गंभीरा पुल मध्य गुजरात और राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र को जोड़ता है. यह पुल पादरा शहर के पास स्थित है.
पुलिस ने बताया कि हादसे के दौरान पुल का 10 से 15 मीटर लंबा स्लैब ढह गया है. जिस समय हादसा हुआ उस वक्त कई वाहन पुल के ऊपर थे. पुल टूटने के बाद एक ट्रक हवा में लटक गया था. घटना के दृश्यों में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ढहा हुआ नजर आ रहा है. स्लैब के ढह जाने से पुल से गुजर रहे वाहन नदी में गिर गए.
हादसे में बचे 9 लोगों में से पांच को वडोदरा के सर सैयाजीराव जनरल (SSG) अस्पताल में रेफर किया गया है. बचाए गए लोगों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है.
वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया ने बताया कि पुल ढहने के बाद दो ट्रक, दो वैन और एक ऑटो रिक्शा समेत पांच वाहन नदी में गिर गए. हादसे में दो अन्य वाहन भी पुल के नीचे गिरने वाले थे, लेकिन उन्हें खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य के सड़क एवं भवन विभाग को इस दुर्घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है.
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और समय समय पर तथा जरूरत के अनुसार इसका रखरखाव किया जाता था. मंत्री ने कहा कि घटना के वास्तविक कारण की जांच की जाएगी.
गंभीरा पुल करीब 900 मीटर लंबा है. इस पुल में 23 खंभे हैं और यह गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है. इसका उद्घाटन 1985 में किया गया था.
