गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का निधन, भाजपा के दिग्गज नेता के रूप में थी पहचान

Keshubhai Patel passed away अहमदाबाद : गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशुभाई पटेल (Keshubhai Patel passed away) का गुरुवार को निधन हो गया. वे 92 साल के थे और कई दिनों से बीमार चल रहे थे. सांस लेने में तकलीफ के बाद केशुभाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. कुछ दिनों पहले केशुभाई कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित भी हुए थे, हालांकि बाद में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2020 1:49 PM

Keshubhai Patel passed away अहमदाबाद : गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशुभाई पटेल (Keshubhai Patel passed away) का गुरुवार को निधन हो गया. वे 92 साल के थे और कई दिनों से बीमार चल रहे थे. सांस लेने में तकलीफ के बाद केशुभाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. कुछ दिनों पहले केशुभाई कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित भी हुए थे, हालांकि बाद में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्हें समाज के हर वर्ग की चिंता थी. केशुभाई पटेल ने मुझ सहित कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया, उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है. केशुभाई गुजरात के दिग्गज नेताओं में गिने जाते थे. वे दो बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने केशुभाई के निधन पर शोक जताया है और उनके परिवार से बात कर ढाढस बंधाया. केशुभाई के परिवार के लोगों ने बताया कि कोरोना को मात देने के बाद भी उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी. गुरुवार को ही सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया.

केशुभाई का जन्म गुजरात के जूनागढ़ में 24 जुलाई 1982 को हुआ था. काफी कम उम्र से ही उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में काम किया. बाद में वे जनसंघ से जुड़े और फिर लंबे समय तक भाजपा के नेता रहे. गुजरात में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री केशुभाई ही बने. हालांकि उन्हों अपने दो टर्म में कभी भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया. वे गुजरात के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.

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जनसंघ के समय से पार्टी के सक्रीय नेता रहने के कारण गुजरात में उनको काफी सम्मान दिया जाता था. 2012 में किसी बात पर भाजपा के साथ अनबन होने के बाद केशुभाई गुजरात परिवर्तन पार्टी के नाम से अपनी एक अलग पार्टी बनायी थी. बाद में 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया था.

Posted By: Amlesh Nandan.

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