Farmers Protest: आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसान आज KMP एक्सप्रेसवे की करेंगे नाकाबंदी, टोल प्लाजा भी करेंगे फ्री

Farmers Protest: किसान संगठनों ने गुरूवार को ऐलान किया कि 6 मार्च को सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक कुंडली, मानेसर पलवर पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जाम करेंगे. इस दौरान किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2021 7:51 AM

Farmers Protest: मोदी सरकार द्वारा लाये गये तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन पिछले 100 दिन से जारी है. किसान आंदोलन के 100 दिन शुक्रवार को पूरे हो गए पर अब तक कोई हल नहीं निकला है. किसान और सरकार दोनों अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए हैं. वहीं इन सब के बीच किसान किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि वो आज केएमपी यानी कुंडली, मानेसर पलवर पेरिफेरल को 11 बजे से 4 बजे तक जाम करेगा.

किसान संगठनों ने गुरूवार को ऐलान किया कि 6 मार्च को सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक कुंडली, मानेसर पलवर पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जाम करेंगे. इस दौरान किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया जाएगा. इसके अलावा डासना, दुहाई, बागपत, दादरी,ग्रेटर नोएडा पर जाम किया जाएगा. सभी किसान काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे. टोल प्लाजा भी फ्री किये जाएंगे.

Also Read: किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, पढ़िये आगे क्या है किसानों की रणनीति, किस तरह विरोध प्रदर्शन तेज करने की है तैयारी

वहीं किसानों के एलान को देखते हुए जीटी करनाल रोड पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया है. सिंघु बॉर्डर गांव के बीच में से कोंडली चौकी की तरफ जाने वाले रास्ते को भी सीमेंट के बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. धरना स्थल से कोई चार-पांच किमी पहले से ही लोगों की आवाजाही एकदम बंद कर दी गयी है. बता दें कि 26 नवंबर 2020 को पंजाब और हरियाणा से निकले किसानों के जत्थे दिल्ली की तरफ कूच कर गए थें. वहीं पिछले तीन महीनों से किसान अपने मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गये हैं.

मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेंगी: टिकैत

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक जरूरत होगी वे प्रदर्शन जारी रखने के लिए तैयार हैं. इस आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा रहे किसान नेताओं में से एक टिकैत ने बताया कि हम पूरी तरह तैयार हैं. जब तक सरकार हमें सुनती नहीं, हमारी मांगों को पूरा नहीं करती, हम यहां से नहीं हटेंगे.

Next Article

Exit mobile version