Earthquake: दिल्ली-NCR और उत्तराखंड में भूकंप के झटके, एक हफ्ते में दूसरी बार हिली धरती, केंद्र नेपाल

दिल्ली-एनसीआर सहित कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किये गये. बताया जा रहा है दिल्ली सहित उत्तराखंड और नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. इन जगहों पर एक हफ्ते में दूसरी बार धरती डोली है.

By ArbindKumar Mishra | November 13, 2022 6:44 AM

दिल्ली-एनसीआर सहित कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किये गये. दिल्ली सहित उत्तरी भारत के कुछ राज्यों में शनिवार रात भूकंप के झटके महसूस किये गये. भूकंप का झटका 5.4 तीव्रता का था और इसका केंद्र नेपाल में था जो उत्तराखंड में जोशमठ से 212 किलोमीटर दूर है. भूकंप का झटका शाम 7 बजकर 57 मिनट पर महसूस किया गया. दिल्ली सहित उत्तराखंड, यूपी में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. तीन दिन पहले भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे जिसका केंद्र नेपाल में था. पड़ोसी देश में इस भूकंप की वजह से छह लोगों की मौत हो गई थी. नेपाल में एक सप्ताह में तीसरी बार भूकंप आया है. फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. दिल्ली-एनसीआर में रात करीब आठ बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए.

नेपाल में भूकंप का केंद्र

राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के अनुसार नेपाल में जमीन के अंदर 10 किलोमीटर में भूकंप का केंद्र था. भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आये. लोगों में दहशत का माहौल है.

एक हफ्ते में दूसरी बार भूकंप के झटके

मालूम हो दिल्ली-एनसीआर में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं. इससे पहले 10 अक्टूबर को 6.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. जिसमें नेपाल में भारी तबाही मची थी.

नेपाल के 5 जिलों में महसूस किये गये भूकंप के झटके

नेपाल के पांच जिलों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. नेपाल के डोटी, बाजूरा, कैलाली, डडेलपुरा और अछाम में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये.

यूपी में महसूस किये गये भूकंप के झटके

दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, नेपाल और यूपी में भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं. यूपी के मुरादाबाद और गाजियाबाद में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये. जबकि उत्तराखंड के पौड़ी ,टिहरी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किये गये.

भूकंप का कहां कितना खतरा

दिल्ली में कुछ इलाकों को भूकंप के लिए खतरनाक बताया जाता है. जिसमें उत्तरी दिल्ली के कुछ इलाकों को चिन्हित किया गया है. इसके अलावा यमुना नदी के किनारे के ज्यादातर इलाके. बजीराबाद, रिठाला और रोहिणी इलाकों को भूकंप के लिए अधिक खतरनाक बताया जाता है.

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