DUSU Election: बिहार की बेटी डीयू में संयुक्त सचिव के पद पर हुई काबिज
डूसू चुनाव में एबीवीपी की ओर से संयुक्त सचिव के पद पर चुनाव जीतने वाली दीपिका झा बिहार की रहने वाली हैं. आम छात्रों की तरह उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दीपिका ने डीयू में दाखिला लिया और एक छात्र के तौर पर संघर्ष का सामना किया. कुछ समय बाद वे एबीवीपी से जुड़ गयी और छात्रों के मामलों को सक्रियता से उठाने लगी. बिहार के मधुबनी की रहने वाली दीपिका एक छात्र के तौर पर विभिन्न तरह की परेशानियों का डटकर सामना किया और वे गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करती रही.
DUSU Election: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने केंद्रीय पैनल की तीन पदों पर जीत हासिल कर अपना परचम लहराया है. एबीवीपी ने एक बार फिर डूसू का अध्यक्ष पद एनएसयूआई से छीन लिया है. अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के आर्यन मान, सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव के पद पर दीपिका झा चुनाव जीतने में सफल रहे. कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई सिर्फ उपाध्यक्ष का पद हासिल कर सकी. डूसू चुनाव में एबीवीपी की ओर से संयुक्त सचिव के पद पर चुनाव जीतने वाली दीपिका झा बिहार की रहने वाली हैं. आम छात्रों की तरह उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दीपिका ने डीयू में दाखिला लिया और एक छात्र के तौर पर संघर्ष का सामना किया.
कुछ समय बाद वे एबीवीपी से जुड़ गयी और छात्रों के मामलों को सक्रियता से उठाने लगी. बिहार के मधुबनी की रहने वाली दीपिका एक छात्र के तौर पर विभिन्न तरह की परेशानियों का डटकर सामना किया और वे गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करती रही. डीयू में पढ़ाई के दौरान दीपिका आसपास के झुग्गी में गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम किया. छात्र हितों के लिए संघर्ष के कारण ही एबीवीपी ने संयुक्त सचिव के पद पर दीपिका काे मैदान में उतारा और वे चुनाव जीतने में सफल रही.
छात्र हित में काम करना है मकसद
संयुक्त सचिव के पद पर चुनावी जीत पर दीपिका झा ने कहा कि इस जीत का श्रेय एबीवीपी, दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों और परिवार के सदस्यों को है. इस जीत के बाद दायित्व पहले से काफी अधिक बढ़ गया है और आने वाले समय में छात्रों के हितों को लेकर संघर्ष करते रहेंगे. हमारी कोशिश चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने की होगी. एक महिला के तौर पर प्राथमिकता महिला सुरक्षा और पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ाने पर होगी. संयुक्त सचिव के पद पर दीपिका में एनएसयूआई उम्मीदवार को लगभग 4 हजार वोटों से शिकस्त दी. दीपिका ने लक्ष्मीबाई कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज से मास्टर्स कर रही हैं. दीपिका समाज सेवा के काम से जुड़ी रही है और उनका मकसद देश की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्त बनाने का है.
