आईसीएमआर ने कहा DRDO की दवाई 2डीजी कोई नयी दवा नहीं है, इसका इस्तेमाल बदल गया है, जानें किस बीमारी में होता था इसका प्रयोग

आईसीएमआर के डीजी डाॅ बलराम भार्गव ने कहा कि डीआरडीओर की दवा 2डीजी कोई नयी दवा नहीं है, हां इस दवा का इस्तेमाल बदल गया है. पहले इस दवा का प्रयोग कैंसर के इलाज में किया जाता था. इस दवा के ट्राॅयल का परिणाम डीसीजीआई को भेजा जा चुका है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2021 6:41 PM

आईसीएमआर के डीजी डाॅ बलराम भार्गव ने कहा कि डीआरडीओर की दवा 2डीजी कोई नयी दवा नहीं है, हां इस दवा का इस्तेमाल बदल गया है. पहले इस दवा का प्रयोग कैंसर के इलाज में किया जाता था. इस दवा के ट्राॅयल का परिणाम डीसीजीआई को भेजा जा चुका है.

आईसीएमआर के डीजी ने यह बात तब कही जब 2डीजी दवा के प्रयोग पर सवाल उठाये जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि इसके ट्राॅयल के क्या परिणाम रहे थे और इसकी सफलता के दावों पर भरोसा क्यों किया जाये.

डाॅ बलराम ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में ब्लैक फंगस के बारे में भी बात की और कहा कि इसका खतरा ज्यादातर उनलोगों में है जो डायबिटीज के मरीज हैं. इसलिए कोविड से स्वस्थ हुए लोगों को अपना सुगर लेवल कंट्रोल रखना चाहिए.

कोरोना टेस्टिंग पर डाॅ बलराम ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस महीने के अंत तक 25 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने का है जिसे जून तक 45 लाख प्रतिदिन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. घर पर ही कोरोना की जांच के लिए किट तैयार करने के मसले पर उन्होंने कहा कि एक कंपनी ने आवेदन किया है. तीन पाइपलाइन में है. एक सप्ताह के अंदर तीन और कंपनी सामने आने वाली है जो कोरोना की जांच घर पर करने के लिए किट बनायेगी.

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Posted By : Rajneesh Anand

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