धरती पर दौड़ते दिखेंगे डायनासोर! रहस्य जान फटी रह जाएंगी आंखें
Jurassic: अगर हमारी सभ्यता को एंड्रोमेडा से देखा जाए तो उसे अभी लाखों साल इंतजार करना होगा ताकि वह हमारे आज के युग को देख सके. एंड्रोमेडा से पृथ्वी को देखना एक ऐसी खिड़की खोलता है जो हमें अपने ग्रह के अतीत की झलक देता है. पूरे ब्रह्मांड में यह नियम लागू होता है.
Jurassic: अगर कोई एंड्रोमेडा गैलेक्सी से धरती की ओर बहुत ताकतवर टेलीस्कोप से देखे तो उसे धरती पर डायनासोर दिखाई देंगे. सुनने में भले ही यह थोड़ा अटपटा लगे, क्योंकि धरती से करीब 6 करोड़ साल पहले डायनासोर विलुप्त हो चुके हैं.. तो वो एंड्रोमेडा से अब कैसे दिखाई देंगे, लेकिन यह सोलह आने सच हैं. महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के मुताबिक ब्रह्मांड में हम जो भी देखते हैं वो रौशनी की मदद से ही संभव हो पाता है. रोशनी की भी एक स्पीड होती है जो कि करीब 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड है. उदाहरण के लिए हम सूर्य को देखते हैं लेकिन जो सूर्य हमें दिखाई दे रहा है वो अभी से करीब 8 मिनट पुराना है. क्योंकि लाइट को सूरज से धरती पर आने में करीब 8 मिनट लगता है. मिल्की वे गैलेक्सी और एंड्रोमेडा गैलेक्सी के बीच की दूरी 25 लाख प्रकाश वर्ष हैं. ऐसे में जब कोई एंड्रोमेडा से धरती को देखेगा तो उसे 25 लाख लाइट इयर पुरानी धरती दिखाई देगी, जब पृथ्वी पर डायनासोर का कब्जा था.
…तो दिखने लगेंगे डायनासोर
प्रकाश की गति ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा है. जो करीब 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड है. प्रकाश को पृथ्वी से एंड्रोमेडा गैलेक्सी तक पहुंचने में 25 लाख प्रकाश वर्ष लगते हैं. इसलिए, यदि कोई एंड्रोमेडा गैलेक्सी में खड़ा होकर अभी धरती को देखेगा तो वो आज की सभ्यता, इंसान या आधुनिक शहरों को नहीं देखेगा. एंड्रोमेडा से उसे पृथ्वी पर विशाल जंगल, प्राचीन समुद्र और उस समय के जीव-जंतुओं की गतिविधियां दिखाई देगी. क्योंकि एंड्रोमेडा से वह वही प्रकाश दिखेगा तो धरती से निकलकर वहां पहुंच रही होगी जिसे पहुंचने में 25 लाख प्रकाश वर्ष लगे हैं. उस समय पृथ्वी पर डायनासोर राज कर रहे थे, तो एंड्रोमेडा में देखने पर धरती में अभी भी जुरासिक युग दिखाई देगा. यह एक तरह से समय में पीछे की यात्रा जैसा होगा. हम जो कुछ भी अंतरिक्ष में देखते हैं, वह वास्तव में अतीत का एक दृश्य है. आकाश के सैकड़ों टिमटिमाते तारे दिखाई देते हैं उनमें कई ऐसे होंगे जिनका वजूद खत्म हो गया होगा लेकिन वो अभी भी दिखाई देते हैं, क्योंकि हमें उनकी करोड़ों साल पहले की लाइट दिखाई दे रही है.
आज की दुनिया देखने के लिए करना होगा लाखों साल इंतजार
अगर हमारी सभ्यता को एंड्रोमेडा से देखा जाए तो उसे अभी लाखों साल इंतजार करना होगा ताकि वह हमारे आज के युग को देख सके. एंड्रोमेडा से पृथ्वी को देखना एक ऐसी खिड़की खोलता है जो हमें अपने ग्रह के अतीत की झलक देता है. पूरे ब्रह्मांड में यही नियम लागू होता है. ब्रह्मांड इतना विशाल है कि इसकी एक छोर से दूसरी छोर की कल्पना तक नहीं की जा सकती है. लाइट जो सबसे तेज चलती है उसे ही एक गैलेक्सी से दूसरी गैलेक्सी तक पहुंचने में करोड़ों प्रकाश वर्ष लग जाते हैं.
ऐस्टेरॉयड टकराने से तबाह हो गए थे डायनासोर
धरती से करीब 6 करोड़ साल पहले एक बहुत बड़ा ऐस्टेरॉयड टकराने से कई सारे जीव जन्तु विलुप्त हो गए थे, उन जीवों में डायनासोर भी शामिल थे. डायनासोर करीब 16 करोड़ वर्ष तक पृथ्वी के सबसे प्रमुख जीव बनकर रहे. लगभग 23 करोड़ साल पहले यह ट्राइएसिक काल के अंत से लेकर करीब 6.5 करोड़ वर्ष पहले क्रीटेशियस काल के अंत तक अस्तित्व में रहे, इसके बाद ऐस्टेरॉयड के टकराने से ये विलुप्त हो गये. इनके जीवाश्म आज भी खुदाई के दौरान देश-दुनिया में मिलते रहते हैं, जो यह साबित करते हैं कि कभी इस धरती पर बड़े-बड़े डायनासोर का एकछत्र राज रहा था.
