क्या कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर डोज की जरूरत है? WHO की चीफ साइंटिस्ट ने कही ये बात…

कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट विश्व के लिए चिंता की वजह बन गया है, वहीं अपने देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों के मन में आशंकाएं हैं. ऐसे में कई देश और फार्मास्यूटिकल्स यह मान रहे हैं कि अगर वैक्सीन ले चुके लोगों को कोविड 19 के लिए बूस्टर डोज दिया जाये तो यह सुरक्षा के लिए उचित कदम होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2021 10:07 PM

कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट विश्व के लिए चिंता की वजह बन गया है, वहीं अपने देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों के मन में आशंकाएं हैं. ऐसे में कई देश और फार्मास्यूटिकल्स यह मान रहे हैं कि अगर वैक्सीन ले चुके लोगों को कोविड 19 के लिए बूस्टर डोज दिया जाये तो यह सुरक्षा के लिए उचित कदम होगा.

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि इस बारे में ज्यादा सूचनाएं नहीं हैं कि क्या वैक्सीनेशन कंप्लीट होने के बाद बूस्टर डोज दिया जाये या नहीं.

बूस्टर डोज की जरूरत को लेकर यूनाइटेड किंगडम ने अपने यहां एक अध्ययन शुरू करवाया है जिसमें इस बात पर फोकस किया जायेगा कि क्या कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज वैसे लोगों को ज्यादा सुरक्षित करता है जो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण का खतरा कम रहता है, लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण के कई केस सामने आये हैं.

स्पूतनिक वी वैक्सीन की मार्केटिंग कर रही रसियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड का कहना है कि हम वैक्सीन का बूस्टर शॉट पेश कर सकते हैं. यह बूस्टर डोज डेल्टा वैरिएंट पर पूरी तरह प्रभावी होगा. कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में पाया गया था और इसपर स्पूतनिक वी वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है.

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क्या है कोरोना का बूस्टर डोज

अभी हर देश में कोरोना का वैक्सीन दो डोज में उपलब्ध है. हालांकि अभी इस बात के कोई प्रमाण नहीं है कि इन वैक्सीन का असर कितने दिनों तक रहेगा, यही वजह है कि कई देश इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कोरोना का बूस्टर डोज वार्षिक आधार पर दिया जाये.

Posted By : Rajneesh Anand

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