Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण से बीमार हो रहे लोग, तेजी से बढ़ रहे हार्ट और ब्रेन अटैक के मामले
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 344 तक पहुंच गया है जबकि चार केंद्रों ने प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' बताया है. वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं. एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि प्रदूषण गंभीर और जानलेवा है.
Delhi Air Pollution: दिल्ली के वायु प्रदूषण पर, एम्स के पल्मोनरी मेडिसिन और स्लीप डिसऑर्डर विभाग के एचओडी डॉ अनंत मोहन ने कहा, “यहां का प्रदूषण बिल्कुल गंभीर और जानलेवा है. यह स्थिति पिछले 10 सालों से बनी हुई है. हम हर बार कुछ न कुछ करने की कोशिश करते हैं, लेकिन हकीकत में, जमीनी स्तर पर, मुझे ज्यादा बदलाव नहीं दिखता. जिम्मेदार एजेंसियों को समय के साथ कड़े कदम उठाने चाहिए. सिर्फ श्वसन तंत्र ही नहीं, अब यह अन्य अंगों को भी प्रभावित कर रहा है. कई लोग जानलेवा स्थितियों का सामना कर रहे हैं. बाह्य रोगी और आपातकालीन कक्षों में निश्चित रूप से मामलों में वृद्धि हुई है. कई लोगों को वेंटिलेटर पर भी रखना पड़ा है. इसे एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की तरह देखा जाना चाहिए.”
प्रदूषण ने बीमारियों को बढ़ा दिया
दिल्ली के वायु प्रदूषण पर, एम्स के सहायक प्रोफेसर डॉ सौरभ मित्तल ने बताया, “प्रदूषण बेकाबू है… यह एक बहुत ही आपातकालीन स्थिति है. फिलहाल, दिल्ली में, हम सांस की समस्याओं वाले मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देख रहे हैं… यह निश्चित रूप से सच है कि प्रदूषण ने बीमारियों को बढ़ा दिया है… हार्ट अटैक, ब्रेन अटैक, हाई बीपी और मेमोरी लॉस, ये सभी दीर्घकालिक प्रदूषण के कारण होते हैं. यह कहना बहुत मुश्किल है कि जीवनकाल कम हो रहा है या नहीं. लेकिन हम समझते हैं कि अध्ययनों से पता चला है कि जीवन प्रत्याशा कम हो जाएगी. ओपीडी में, जो मरीज हमारे पास नियमित जांच के लिए आते थे, वे अब इमरजेंसी में आ रहे हैं क्योंकि पिछले एक हफ्ते या 10 दिनों में उनकी सांस लेने की समस्याएं बढ़ गई हैं.”
