Corona की दूसरी लहर से ब्रिटेन ने इस तरह रोकी थी तबाही, माहामारी को मात देने के लिए भारत को भी लगाना होगा इन पांबदियों का पंच

Coronavirus Second Wave: जनवरी की शुरुआत में ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया. वहीं इस सख्त लॉकडाउन का ही असर था कि अप्रैल में ब्रिटेन में 3 हजार से भी कम मामले सामने आ रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2021 8:37 AM

Coronavirus Second Wave: भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अमेरिका से ज्यादा मारक साबित हो रही है. दुनियाभर में अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए शनिवार को भारत में पहली बार एक दिन में तीन लाख 40 हजार से ज्यादा कोरोना के केस आये. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 3,46,786 नये कोरोना केस आये और 2,624 संक्रमितों की जान चली गयी. चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका में प्रतिदिन दो लाख नये केस से तीन लाख तक पहुंचने में जहां 38 दिन लगे थे वहीं भारत में प्रतिदिन नये मरीजों का आंकड़ा महज एक सप्ताह में दो लाख से बढ़कर तीन लाख के नजदीक पहुंच गया.

ऐसे में संभावना है कि अगले एक-दो दिन में ही भारत में हर दिन चार लाख से ज्यादा मरीज मिलने लगेंगे. बता दें कि भारत में दूसरी लहर की शुरूआत 15 फरवरी से मानी जाती है. इस दिन पॉजिटिविटी दर 1.6% थी. यानी जितनी जांचें हो रही थीं, उनमें 1.5% लोग ही संक्रमित पाये जा रहे थे. गुरुवार को यह दर बढ़कर करीब 20% हो गयी, यानी अब बहुत अधिक लोगों में संक्रमण का पता लग रहा है.

सख्त लॉकडाउन

जनवरी की शुरुआत में ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया. जिस समय पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया उस समय यहां 60 हजार से ज्यादा मामाले सामने आ रहे थे और मौतों में 20% से अधिक की वृद्धि हो चुकी थी. वहीं इस सख्त लॉकडाउन का ही असर था कि अप्रैल में ब्रिटेन में 3 हजार से भी कम मामले सामने आ रहे हैं.

वैक्सीन के लिए नियम बनाकर 

ब्रिटेन में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने की समयसीमा बढ़ा कर एक माह से तीन माह कर दिया गया. अवधि बढ़ाने से यह फायदा हुआ कि इससे आपूर्ति संकट का हल निकला और तेजी से पहला डोज लगाने से लोगों में कोरोना से लड़ने की क्षमता विकसित हुई.

अस्पतालों में सख्ती 

कोरोना से लड़ाई में अस्पताल सबसे बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जब राजधानी लंदन में कोरोना मरीजों ने बढ़ने से अस्पातलों पर बोझ बढ़ने लगा तो इस स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने अति गंभीर मरीजों को ही भर्ती करने का नियम बनाया.

नियमों की कड़ाई से पालन कराकर 

  • ब्रिटेन की सरकार ने कोविड से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया. मास्क ना लगाने पर भारी जुर्माना लगाया गया. खुली जगहों पर 6 से ज्यादा लोगों के जुटने पर पांबदी लगा दी गयी. इसमें बच्चों को भी शामिल किया गया.

  • ब्रिटेन में कोरोना के नए वैरिएंट के मिलने के बाद कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग, जांचें और जिनोम सीक्वेसिंग में तेजी लायी गयी ताकि जितना तेजी से संक्रमण फैल रहै है उसे उतनी ही जल्दी से रोका जा सके.

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