Corona in India: वायरस बदल रहा रूप, भारत में चीन नहीं, यूरोप वाला कोरोना ज्यादा

Coronavirus in india: दुनिया में जारी कोविड-19 महामारी संकट के मद्देनजर कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. कोरोनावायरस संकट से निकलने के लिए दुनियाभर के देश वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं. दुनिया के कई देशों में कोरोना को लेकर शोध हो रहा है कि यह वायरस कितना खतरनाक है या फिर वो मरीजों पर कितना ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है. इसके पीछे का कारण ये है कि इस जानलेवा वायरस ने अलग अलग देशों में अलग अलग रंग दिखाया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2020 10:41 AM

Coronavirus in india: दुनिया में जारी कोविड-19 महामारी संकट के मद्देनजर कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. कोरोनावायरस संकट से निकलने के लिए दुनियाभर के देश वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं. दुनिया के कई देशों में कोरोना को लेकर शोध हो रहा है कि यह वायरस कितना खतरनाक है या फिर वो मरीजों पर कितना ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है. इसके पीछे का कारण ये है कि इस जानलेवा वायरस ने अलग अलग देशों में अलग अलग रंग दिखाया है.

इसमें राहत की बात यह है कि पहले देशभर में कोविड-19 की अलग-अलग प्रजातियां देशभर में मौजूद थीं, लेकिन अब जब एक ही तरह की प्रजाति ज्यादा है तो उससे लड़ना ज्यादा आसान होगा. डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार ने जो लॉकडाउन लगाया उससे वायरस को बड़े स्तर पर फैलने से रोकने में मदद मिली है.

Also Read: Coronavirus Vaccine: अक्टूबर में अपने नागरिकों को कोरोना वैक्सीन देने की योजना बना रहा है रूस

यह रिपोर्ट शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को सौंपी गयी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इसमें कहा गया है कि भारत में कोरोना के ज्यादातर वैरिएंट यूरोप और सऊदी अरब से आए. हालांकि जनवरी के शुरुआत में भारत में कोरोना के कुछ वैरिएंट चीन से भी आए थे. अध्ययन में ये भी पाया गया कि SARS-Cov-2 की D164G जीन वैरिएंट में अब थोड़ी कमी आ रही है. ये वैरिएंट ज्यादातर दिल्ली में है और यही वजह है कि यहां कोरोना के ट्रांसमिशन में गिरावट आ रही है.

बताया गया है कि ए2ए होलोटाइप ने पहले से मौजूद दूसरे होलोटाइप्स को हटा दिया और खुद फैल गया. एक होलोटाइप का मतलब जीन के समूह से है. रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआत में भारत में कोरोना की कई सारी प्रजातियां थीं. इसमें वायरस यूरोप, अमेरिका और पूर्वी एशिया से आया था. कोरोना की बात करें तो ए2ए होलोटाइप, D614G, 19ए और 19बी स्ट्रेन जैसी कई अलग-अलग प्रजातियां दुनिया में फैली हैं. भारत में भी कोरोना की ये प्रजातियां थीं.

देश में आज का कोरोना का हाल

भारत में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. रविवार को कोरोना मामलों का आंकड़ा 17.5 लाख तक पहुंच चुका है. इस आंकड़े पर पहुंचने में हमें 185 दिनों का समय लगा है. जबकि सिर्फ एक लाख के आंकड़े पर पहुंचने में हमें 110 दिनों का समय लगा था. यानि कि पिछले 75 दिनों में 16 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं. पहले लाख मामले पूरे होने पर पॉजिटिविटी रेट करीब 4.89 प्रतिशत थी, जोकि अब बढ़कर 11.81 फीसदी हो चुकी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में रविवार को एक दिन में कोविड-19 के एक बार फिर 50 हजार से ज्यादा मामले देखने को मिले.

ताजा आंकड़ों के अनुसार 24 घंटों में 54,735 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 17,50,723 हो गए हैं जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़कर 11,45,629 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 853 लोगों की मौत के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 37,364 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 मरीजों के स्वस्थ होने की दर 65.43 प्रतिशत है जबकि पॉजिटिविटी रेट 11.81 प्रतिशत हो गया है.

Posted By: Utpal kant

Next Article

Exit mobile version