बजरंग दल पर प्रतिबंध का कांग्रेस ने किया चुनावी वादा, पीएम मोदी ने घेरा, कैसा है ये संगठन?

10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा जारी घोषणापत्र पर पीएम मोदी ने विजयनगर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पहले भगवान राम को ताले में बंद किया. अब जय बजरंग बली का नारा लगाने वालों को ताले में बंद करना चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2023 9:26 PM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के वादे को लेकर मुख्य प्रतिद्वंद्वी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि ये भगवान हनुमान की पूजा करने वालों को ताले में बंद करने की कोशिश करने का कांग्रेस का प्रयास है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पहले भगवान राम को ताले में बंद किया और अब वह जय बजरंग बली का नारा लगाने वालों को ताले में बंद करना चाहती है. 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा जारी घोषणापत्र पर पीएम मोदी ने विजयनगर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए हमला बोला. आपको बता दें कि बजरंग दल की स्थापना 8 अक्टूबर 1984 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुई है.

क्या है बजरंग दल

विश्व हिंदू परिषद की वेबसाइट के मुताबिक बजरंग दल की स्थापना 8 अक्टूबर 1984 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुई. श्रीराम जानकी रथ यात्रा अयोध्या से प्रस्थान के समय सरकार ने सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था. उस समय संतों के आह्वान पर विश्व हिंदू परिषद द्वारा वहां के युवा युवाओं को यात्रा की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी थी. भगवान श्रीराम से जुड़े कार्यों के लिए बजरंगियों की टाली बजरंग दल के रूप में कार्य करता है. बजरंग दल का गठन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि हिंदुओं को चुनौती देने वाले असामाजिक तत्वों से बचाव के लिए किया गया था. 1986 में अन्य राज्यों में बजरंग दल बनाने का निर्णय लिया गया. 30 अक्टूबर और 02 नवंबर 1990 को कारसेवा से बजरंग दल सुर्खियों में आया. झारखंड समेत देश के कई राज्यों में ये संगठन सक्रिय है.

क्या है कांग्रेस के घोषणा पत्र में

कांग्रेस के अपने घोषणा पत्र में कहा गया है कि हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र हैं. कोई व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई या नफरत एवं शत्रुता फैलाने वाले दूसरे संगठन, चाहे वह बहुसंख्यकों के बीच के हों या अल्पसंख्यकों के बीच के हों, वे कानून और संविधान का उल्लंघन नहीं कर सकते. हम ऐसे संगठनों पर कानून के तहत प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई करेंगे.

कर्नाटक को नंबर एक राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया गया है. यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है. भाजपा कर्नाटक को नंबर एक राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. वे भगवान हनुमान के चरणों में सिर झुकाकर इस प्रतिज्ञा की सिद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं.

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